जीडीए अब रिहायशी इलाकों के 40 बैंकों पर भी कसेगा शिकंजा




गाजियाबाद। जनपद में बढ़ते प्रदूषण पर लगाम लगाने के लिए अब जीडीए भी कृत संकल्पित हो चुका है। उपाध्यक्ष कंचन वर्मा की पैनी दृष्टि की गाज अब उन बैंकों पर भी गिरेगी जो रिहायशी इलाकों में अवस्थित होकर लगातार प्रदूषण उगल रहे हैं। खबर हैं कि जीडीए सीमा क्षेत्र की आवासीय कॉलोनियों के बीच संचालित हो रहे लगभग 40 बैंकों की शाखाओं को भी कॉमर्शियल क्षेत्र में शिफ्ट करवाने की योजना बन चुकी है, जिसपर शीघ्र अमल किया जाएगा।बताया गया है कि इस सम्बन्ध में जो भी बैंक आनाकानी करेंगे, उन्हें सील भी किया जाएगा। यही नहीं, एचआईजी, एमआईजी, एलआईजी और ईडब्ल्यूएस भवनों में संचालित उन सभी व्यवसायिक कार्यों को बंद करवाया जाएगा जो प्रदूषण उगलने में सहायक सिद्ध हो रहे हैं। ऐसे अभी प्रतिष्ठानों को सील किया जाएगा। इसके अलावा, जीडीए अब इलाहाबाद हाईकोर्ट में शीघ्र ही काउंटर दाखिल करेगा।इस सम्बन्ध में जीडीए उपाध्यक्ष कंचन वर्मा ने बताया कि रिहायशी इलाकों में संचालित लगभग 40 बैंकों की शाखाओं को अब कमर्शियल क्षेत्रों में शिफ्ट करवाया जाएगा। इस हेतु बैंक शाखा प्रबंधकों को नोटिस जारी किए जाएंगे। नोटिस के बाद भी बैंक शाखाओं को यदि कॉमर्शियल क्षेत्रों में शिफ्ट नहीं किया गया तो त्वरित गति से इन्हें सील करने की कार्रवाई की जाएगी। क्योंकि रिहायशी क्षेत्र में बैंक संचालित होने से वाहनों की आवाजाही और जेनसेट आदि चलते रहने से भी प्रदूषण  फैलता है। लिहाजा, इन्हें कॉमर्शियल इलाकों में शिफ्ट कराया जाएगा। बता दें कि कई साल पहले जीडीए द्वारा रिहायशी इलाकों में संचालित लगभग 175 बैंक शाखाओं को चिन्हित करने के बाद इन्हें नोटिस जारी किए गए थे। लेकिन हैरत की बात है कि इनमें से लगभग 40 बैंक शाखा अब भी रिहायशी इलाकों में ही संचालित हो रही हैं। लिहाजा, जीडीए एक बार फिर इन बैंकों को शिफ्ट करने के लिए इन्हें नोटिस जारी करेगा, ताकि रिहायशी इलाकों से इन बैंक शाखाओं को कमर्शियल क्षेत्रों में शिफ्ट कराने के बाद उन्हें कॉमर्शियल इलाकों में परिवर्तित किया जा सके।प्राप्त जानकारी के मुताबिक, अब तक रिहायशी इलाकों में संचालित हो रहे बैंकों की शाखाओं को अब राजनगर डिस्ट्रिक सेंटर (आरडीसी), नवयुग मार्केट, सेक्टर-23 संजयनगर,  डिस्ट्रिक सेंटर, गांधीनगर, लोहियानगर, आंबेडकर रोड, मालीवाड़ा, साहिबाबाद, मोहननगर, राजनगर एक्सटेंशन, मधुबन-बापूधाम, शास्त्रीनगर कॉमर्शियल मार्केट, कविनगर आदि इलाकों में शिफ्ट करना होगा, अन्यथा उन्हें सील कर दिया जाएगा।जीडीए उपाध्यक्ष कंचन वर्मा की मानें तो जीडीए सीमा क्षेत्र अंतर्गत आवासीय कॉलोनियों के बीच में संचालित होने वाली। बैंक शाखाओं की वजह से भी प्रदूषण बढ़ता है। अनवरत धूल उड़ने और वाहनों की आवाजाही से भी आसपास के लोगों को परेशानी होती है। शहर में ऐसी लगभग 40 बैंक शाखाएं बची हुई हैं, जिन्हें अब शिफ्ट करवाया जाएगा। इस बाबत बैंक प्रबंधकों को नोटिस भी जारी किए जाएंगे। नोटिस के बाद भी बैंक शाखा कॉमर्शियल क्षेत्रों में शिफ्ट नहीं की गई तो इन्हें सील किया जाएगा।उनका मानना है कि पूरे शहर में करीब 9500 दुकानें आवासीय इलाकों में संचालित होने के लिए पूर्व में हुए एक सर्वे में चिन्हित हो चुके हैं। यदि उनकी संख्या में इजाफा हुई होगी तो उन्हें भी इसमें शामिल किया जाएगा। इसके अलावा, हाईकोर्ट में दुकानों पर सीलिंग के मामले में जल्द काउंटर दाखिल किया जाएगा। यही वजह है कि दुकानों के बाद अब रिहायशी इलाकों में संचालित बैंक शाखाओं को भी कॉमर्शियल इलाकों में शिफ्ट कराने के लिए नोटिस जारी किए जाएंगे ताकि इन्हें यहां से हटाया जा सके।