कायर-धूर्त नेताओं के भरोसे अपने बच्चों के साथ विश्वासघात कर रहा हिन्दू समाजः यति नरसिंहानंद सरस्वती

 गाजियाबाद। चीन जैसे कठोर जनसंख्या नियंत्रण कानून की मांग को लेकर अखिल भारतीय संत परिषद के राष्ट्रीय संयोजक यति नरसिंहानंद सरस्वती जी महाराज ने शिव शक्ति धाम डासना में अपना आमरण अनशन गुरुवार को अपनी पूर्व घोषणा के मुताबिक आरम्भ किया। इस अवसर पर सौ से ज्यादा संगठनों के प्रतिनिधियों और सन्यासियों ने यति नरसिंहानंद सरस्वती जी महाराज का समर्थन किया। इस अवसर पर उपस्थित जनसमुदाय को सम्बोधित करते हुए श्री सरस्वती ने कहा कि ये तय है कि हिन्दुओं के नेताओं में इतना मनोबल नहीं है कि अब वो कोई ऐसा कार्य कर सकें, जिससे मुस्लिम समुदाय नाराज हो। इसलिये कठोर जनसंख्या नियंत्रण कानून अब कभी नहीं बनेगा। मैं अपना आमरण अनशन केवल इसीलिये कर रहा हूं ताकि हिन्दू समाज अपने कायर और धूर्त नेताओं की असलियत को जल्दी से जल्दी समझ ले।अगर हिन्दू समाज इनके भरोसे यूं ही बैठा रहा तो वह दिन दूर नहीं, जब ये देश इस्लामिक हो जाएगा और मुस्लिम यहां की एक-एक बेटी को सामूहिक बलात्कार करके मंडी में बेच देंगे नरसिंहानंद सरस्वती और बेटों का कत्ल कर देंगे, जैसा कि उन्होंने एक हजार साल तक पहले भी भारत में किया है और अब भी दुनिया के हर मस्लिम बाहुल्य क्षेत्र में कर रहे हैं। श्री सरस्वती ने आगे कहा कि आज सनातन धर्म और भारत राष्ट्र को बचाने का एक मात्र तरीका यही है। कि यहां चीन की तरह एक कठोर जनसंख्या नियंत्रण कानून बनाया जाए, लेकिन किसी भी नेता से ऐसी कोई आशा करना व्यर्थ है। उन्होंने बताया कि उनका अनशन प्रयागराज कुम्भ में प्राणदान के साथ ही समाप्त होगा। खबर है कि अनशन स्थल पर लाल बाबा, बाबा परमेन्द्र आर्य, यति कृष्णानन्द सरस्वती, यति रामस्वरूपानंद सरस्वती, यति धर्मस्वरूपानंद सरस्वती, स्वामी रुद्रानंद, यति रविंद्रानंद सरस्वती, स्वामी सत्यानंद, स्वामी बजरंगानंद, स्वामी धर्मानन्द और स्वामी जय गिरी जी महाराज ने यति नरसिंहानन्द सरस्वती जी महाराज के साथ कुम्भ |में प्राणदान का संकल्प लिया।