जीडीए ने डीएमआरसी से लंबित मेट्रो फेज-3 की डीपीआर शीघ्र सौंपने को कहा

गाजियाबाद। दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन से गाजियाबाद विकास प्राधिकरण ने पिछले डेढ़ माह से लंबित मेट्रो ट्रेन फेज-3 की संशोधित डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट सौंपने को कहा है। जीडीए ने डीएमआरसी को इसके लिए महज 3 दिन का समय दिया है। इस सम्बंध में जीडीए चीफ इंजीनियर विवेकानंद सिंह ने बताया कि पिछले डेढ़ माह से डीएमआरसी के पास संशोधित डीपीआर लंबित है, जबकि उसे रिमाइंडर भी भेजा गया है। यही वजह है कि इस बार उसे 3 दिन में ही संशोधित डीपीआर सौंपने को कहा गया है।उल्लेखनीय है कि जीडीए मेट्रो फेज-3 के निर्माण को लेकर प्रयासरत है जिसमें 2 कॉरीडोर प्रस्तावित हैं। पहला कॉरीडोर नोएडा से साहिबाबाद और दूसरा कॉरिडोर वैशाली से मोहननगर है। खबर है कि जीडीए इंदिरापुरम योजना को लाभ पहुंचाने के लिए पहले नोएडा से साहिबाबाद कॉरीडोर पर मेट्रो ट्रेन बनाने का इच्छु़क है। उसके बाद वैशाली से मोहननगर को तरजीह देने को उत्सुक है। हालांकि इसका फायदा आवास एवं विकास परिषद की वसुंधरा योजना और एक हद तक सिद्धार्थ विहार योजना को भी मिलेगा।बता दें कि दिलशाद गार्डन से नया बस अड्डा मेट्रो ट्रेन का संचालन भी इस माह में शुरू हो जाएगा। लिहाजा, जीडीए मेट्रो फेज-3 को फेज-2 से भी जोड़ना चाहता है, ताकि अधिक से अधिक लोगों को इसका फायदा मिले। यही वजह है कि इन दोनों फेज की मेट्रो की डीपीआर में संशोधन किया जाना आवश्यक है। अब संशोधित प्लान के अनुसार, मेट्रो को नोएडा से चलकर साहिबाबाद आने की बजाय मोहननगर तक लाना होगा। इसलिए डीएमआरसी को इसके मद्देनजर संशोधित डिजाइन और डीपीआर तैयार करने को कहा गया है। लेकिन हैरत की बात है कि डेढ़ माह बीत जाने के बाद भी अभी तक प्राधिकरण को संशोधित डीपीआर नहीं मिली है। यही वजह है कि डीएमआरसी को जल्द डीपीआर सौंपने के लिए जीडीए ने एक बार फिर रिमांडर भेजा है।