संयुक्‍त राष्‍ट्र शांतिवाहिनी अभियानों में नागरिकों की समेकित सुरक्षा पर हुई अंतरराष्‍ट्रीय कार्यशाला





नई दिल्ली। संयुक्‍त राष्‍ट्र शांतिवाहिनी अभियानों में ‘‘नागरिकों की समेकित सुरक्षा पर अंतरराष्‍ट्रीय कार्यशाला (आईपीओसी)’’ पर आईसीआरसी एवं सीयूएनपीके के बीच एक संयुक्‍त कार्यशाला 17-21 दिसंबर, 2018 को नई दिल्‍ली के मानेकशॉ सेंटर में आयोजित की गई। इस संगोष्‍ठी में निर्बल आबादियों पर नागरिकों की सुरक्षा (पीओसी), यौन हिंसा से संबंधित संघर्ष (सीआरएवी) एवं शिशु सुरक्षा (सीपी) मुद्दों तथा वर्तमान चुनौतियों का सामना करने के लिए संयुक्‍त राष्‍ट्र कार्यनीतियों पर ध्‍यान केंद्रित किया गया।

इस संगोष्‍ठी से लाभ उठाने के लिए तथा प्रक्षेत्रों में तैनाती के लिए संयुक्‍त राष्‍ट्र में उपलब्‍ध होने के लिए 23 विभिन्‍न देशों के 25 प्रतिभागियों और 10 भारतीय अधिकारियों ने इसमें भाग लिया। इस संगोष्‍ठी का आयोजन सीयूएनपीके एवं आईसीआरसी सहित दुनिया भर के सर्वाधिक अनुभवी वक्‍ताओं द्वारा किया गया था। समन्‍वयकों एवं अनुदेशकों सहित सभी महादेशों से भागीदारी ने प्रशिक्षण, फोकस एवं दिशा को लेकर एक संतुलित मिश्रण सुनिश्चित किया।

 उद्घाटन सत्र 17 दिसम्‍बर, 2018 को आयोजित किया गया। भारतीय सेना के उपसेना प्रमुख (आईएस एंड टी) लेफ्टिनेंट जनरल आई एस घुमन इस अवसर पर मुख्‍य अतिथि थे तथा उन्‍होंने उद्घाटन संबोधन दिया। आईसीआरसी, दिल्‍ली के रीजनल डेलिगेशन के प्रमुख श्री जेरेमी इंग्‍लैंड एवं सेना तथा आईसीआरसी के अन्‍य वरिष्‍ठ अधिकारी/गणमान्‍य व्‍यक्ति, विभिन्‍न देशों के डीए, संयुक्‍त राष्‍ट्र ए‍जेंसियों के अधिकारी एवं शिक्षाविद् भी उद्घाटन के दौरान उपस्थित थे।