बन्दगी




प्यार का रंग होता है कैसा ?
जानते हो …!!
जैसे फूलों में खुश्बू …
जैसे झरनों में तरन्नुम …
जैसे गीतों में सरगम…
जैसे सुर ताल का संगम …
कुछ ऐसा ही है ये प्यार का रंग …


जैसे पायल की रुनझुन ...
जैसे अधरों का मिलन...
जैसे बहारों का चमन …
जैसे दिल में धड़कन …
कुछ ऐसा ही है ये प्यार का रंग …


जैसे मुस्काती आँखें …
जैसे अनकही बातें …
जैसे ख़ामोश सी रातें …
जैसे गुनगुनाती साँसे…
कुछ ऐसा ही है ये प्यार का रंग …


जैसे  निश्चल भाव का प्यार …
जैसे राधा सी प्रीत मीरा सा प्यार ..
एक अलौकिक अनुभूति है प्यार …
जिस्म से परे शब्दों में न बंधे ...
कुछ ऐसा ही है ये प्यार का रंग ...।