जिलाधिकारी श्री मती माहेश्वरी ने जल निगम के अधिकारी से कादराबाद नाले के बायोरैमिडेसन हेतु डीपीआर बनाकर शासन को प्रेषित करने के निर्देश दिये। उन्होंने जल निगम के अधिकारियों को निर्देशित करते हुये कहा कि फरवरी माह के अन्त तक बायोरैमिडेसन हेतु कार्य योजना बनाकर कार्य आरम्भ कराये।
जनपद गाजियाबाद के बढ़ते वायू प्रदूषण को देखते हुये जिलाधिकारी ने सभी उप जिलाधिकारियों को निर्देशित किया कि कहीं पर भी किसानों व अन्य किसी व्यक्ति द्वारा कूड़ा नहीं जलाया जाना चाहिए। यदि कहीं कूड़ा जलता पाया जाये तो भारी जुर्माने की कार्यवाही की जाये। उन्होंने एनएचएआई के अधिकारियों को कड़े निर्देश दिये कि भवन निर्माण सामग्री मिट्टी इत्यादि ढंककर रखी जाये, पानी का निरन्तर छिड़काव कराते रहे और मिट्टी के डम्फर शहर में ढंककर लाये तथा ले जाये जायें। आदेश न मानने वालों पर जुर्माने की कार्यवाही की जाये।
जिलाधिकारी ने नगर निगम के अधिकारियों से कहा कि पौधों पर पानी का विशेष छिड़काव कराएं। उन्होंने क्षेत्रीय प्रदूषण अधिकारी से कहा कि सभी इन्डस्ट्रीज का गम्भीरता से निरीक्षण करें और उद्योगों में मोनिटिरिंग स्टेशन लगाये जाने अनिवार्य किये जाएं जिससे बढ़ते
प्रदूषण पर रोक-थाम की जा सके।
जिलाधिकारी ने खनन अधिकारी को निर्देश दिये कि जो भट्टे जिगजैग में परिवर्तित नहीं हुये हैं, उनके संचालन पर प्रतिबन्ध लगे और उन्हें नोटिस जारी किये जाएं। प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों का जनपद गाजियाबाद में संचालन बन्द हो, सीएनजी द्वारा संचालित वाहनों को प्राथमिकता दी जाये। जिससे जनपद गाजियाबाद का वायू प्रदूशण स्तर कम हो सके।
बैठक में नगर आयुक्त सीपी सिंह, अपर जिलाधिकारी नगर, सभी उप जिलाधिकारी, मुख्य अभियन्ता जीडीए वीएन सिंह व उपायुक्त उद्योग सहित सम्बन्धित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।
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