मेरठ से प्रयागराज तक बनेगा गंगा एक्सप्रेस वे


उत्तरप्रदेश की योगी सरकार आज प्रयागराज स्थित कुंभ मेले में कैबिनेट बैठक हुई। इसमें प्रयागराज की कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए 600 किमी लंबे गंगा एक्सप्रेस वे समेत कई अहम फैसले हुए। इससे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रयागराज पहुंचकर लेटे हनुमान की पूजा-अर्चना की। इसके बाद वह अक्षयवट और सरस्वती कूप भी गए। उत्तराखंड के अलग होने (2000) के बाद यह पहला मौका है, जब राज्य में कैबिनेट बैठक राजधानी लखनऊ से बाहर हुई। इससे पहले 1962 में गोविंद वल्लभ पंत के शासन में एक बार प्रदेश कैबिनेट की प्रदेश के दिव्यांग कल्याण मंत्री और सुहेलदेव भारतीय समाज पाटो के राष्ट्रीय अध्यक्ष आमप्रकाश राजभर राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर प्रयागराज के कुभनगर में आयोजित कैबिनेट बैठक से किनारा कर लिया। वह इस बैठक में शामिल नहीं हुए। राजभर सामाजिक न्याय समिति की रिपोर्ट लागू न होने से नाराज हैं। उन्होंने इसके लिए प्रदेश सरकार को सा दिन का अल्टा सौ दिन का अल्टीमेटम दिया था। योगी ने बताया- पहला फैसला प्रयाग की कनेक्टिविटी के लिए लिया गया। उत्तरप्रदेश के पश्चिमी भाग को गंगा एक्सप्रेस वे से जोड़ा जाएगा। इसकी ; दूरी 600 किमी होगी। यह 6656: हेक्टेयर में बनेगा। गंगा एक्सप्रेस वे पर 36000 करोड़ रुपए का खर्च  आएगा।यह एक्सप्रेस वे 4 लेन होगा। बाद में इसे 6 लेन तक किया जा सकता है।