हिंगोनिया एवं बोरखेड़ा ग्राम सेवा सहकारी समितियां हुई पुरस्कृत

जयपुर। राष्ट्रीय सहकारी विकास निगम के क्षेत्रीय कार्यालय द्वारा प्रदेशकी दो ग्राम सेवा सहकारी समितियों को उनके द्वारा सामाजिक सरोकार के
कामों के साथ-साथ अपने सदस्यों की आवश्यकताओं की पूर्ति कर उनके आर्थिक उत्थान का कार्य करने के लिये पुरस्कृत किया गया। प्रमुख शासन सचिव, सहकारिता अभय कुमार एवं रजिस्ट्रार, सहकारिता डॉ. नीरज के. पवन ने यहां सहकार भवन में आयोजित समारोह में अजमेर जिले के
हिंगोनिया की श्रीराम ग्राम सेवा सहकारी समिति को उत्कृष्टता पुरस्कार से नवाजा गया जबकि कोटा जिले की बोरखेड़ा ग्राम सेवा सहकारी समिति को श्रेष्ठता पुरस्कार से। श्रीराम ग्राम सेवा सहकारी समिति को उत्कृष्टता पुरस्कार के तहत ट्रॉफी, प्रमाण पत्र व 25 हजार रुपये का चैक तथा
बोरखेड़ा ग्राम सेवा सहकारी समिति को श्रेष्ठता पुरस्कार के तहत ट्रॉफी,प्रमाण पत्र व 20 हजार रुपये का चैक प्रदान किया गया। उत्कृष्टता पुरस्कार से सम्मानित श्रीराम ग्राम सेवा सहकारी समिति के व्यवस्थापक राजेन्द्र शर्मा ने बताया कि उनकी समिति द्वारा अपने सदस्यों को 20 प्रतिशत लाभांश वितरित किया जा रहा है। समिति द्वारा अपने कार्यक्षेत्र के विद्यालयों में कम्प्यूटर तथा वाटर कूलर उपलब्ध करा रही है, इससे विद्यालयों में विद्यार्थियों को कम्प्यूटर शिक्षा संभव हो रही है तथा उन्हें पीने के पानी की समस्या से निजात मिल गई है। समिति द्वारा
वृक्षारोपण का कार्य भी किया जा रहा है जिससे क्षेत्र में पर्यावरण की समस्या के प्रति लोगों का ध्यान आकृष्ट कर इस मुहिम से जोड़ा जा रहा है।
समिति व्यवस्थापक ने बताया कि उनकी समिति पूरी तरह से पेपरलैस तरीके से कार्य कर रही है। समिति का निजी एटीएम भी है, जिसके माध्यम से सभी बैंकों के एटीएम कार्ड को एक्सेस किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि समिति एक सुपर स्टोर चलाती है जिस पर ग्रामीण आवश्यकता के 400 से अधिक उत्पाद उपलब्ध हैं। स्टोर के माध्यम से ग्रामीण उपभोक्ताओं को नमक, सुई,पशुआहार, खाद, खाद्य सामग्री से लेकर सभी जरूरत के सामान उपलब्ध कराये जा रहे हैं। यह स्टोर पूरी तरह से कम्प्यूटराईज्ड है। शर्मा ने बताया कि समिति अपने वित्तीय संसाधनों से सदस्यों की कृषि जरूरतों को पूरा करने के लिये मध्यकालीन कृषि ऋण उपलब्ध करा रही है। हम अपने सदस्यों को समय पर अपनी किश्ते चुकाने के लिये प्रोत्साहित करते हैं, इसके लिये ऐसे सदस्यों को 2 प्रतिशत ब्याज अनुदान दिया जाता है। उन्होंने बताया कि समिति सदस्यों को उनकी उपज का बाजार मूल्य दिलाने के लिये प्लेज लोन उपलब्ध करा रही है। इस योजना के तहत सदस्य अपनी उपज को समिति गोदाम में रखकर उस पर ऋण प्राप्त कर सकता है और जब बाजार में उपज का सही मूल्य मिलता है तब वह उपज को बेच कर समिति को ऋण का चुकारा कर देता है। श्रेष्ठता पुरस्कार से सम्मानित बोरखेडा ग्राम सेवा सहकारी समिति के व्यवस्थापक चेतराम मीणा ने बताया कि समिति पिछले 7 वर्षों से अपने सदस्यों को 30 प्रतिशत लाभांश का वितरण कर रही है। उन्होंने बताया कि समिति द्वारा संचालित की जा रही मिनी बैंक की तीन शाखायें हैं और बोरखेड़ा शाखा पर सदस्यों को लॉकर सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। उन्होंने बताया कि समिति सार्वजनिक दायित्वों का निर्वहन करते हुए जिला सत्र न्यायालय, विद्यालयों व धार्मिक स्थलों पर पूरे वर्ष शीतल जल सुविधा उपलब्ध करा रही है। उन्होंने बताया कि सोशल रिस्पोंसिबिलिटी के तहत समिति विद्यालयों में फर्नीचर एवं कम्प्यूटर उपलब्ध करा रही है ताकि क्षेत्र में शिक्षा को बढावा मिल सके। मीणा ने बताया कि समिति द्वारा अपने सदस्यों को लगभग 17 करोड़ रुपये का ऋण उपलब्ध करा रखा है और सदस्यों द्वारा समिति में 50 करोड़ रुपये की अमानते जमा की
हुई हैं।