मरीजों की सुरक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता से नहीं हो समझौता: डॉ पी एन अरोड़ा














गाजियाबाद। एसोसिएशन ऑफ हेल्थ केयर प्रोवाइडर आफ इंडिया की छठवी वार्षिक कार्यशाला का आयोजन शुक्रवार को कौशांबी स्थित फाइव स्टार होटल रेडिसन ब्लू में शुरू हुआ। यह द्विदिवसीय कार्यशाला शनिवार तक चलेगी। शुक्रवार की प्रातः इस कार्यशाला की विधिवत शुरुआत हो गई। इस मौके पर एचपीआई के डायरेक्टर जनरल गिरधार ज्ञानी ने कार्यक्रम के शुरुआत में गुरुवार को पुलवामा में सीआरपीएफ के जवानों के ऊपर हुए हमले एवं उसमें शहीद हुए 44 जवानों को श्रद्धांजलि देते हेतु 1 मिनट का मौन रखकर भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई। इस कार्यशाला में देश के 200 से भी ज्यादा सभी बड़े अस्पतालों के हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेटर, वरिष्ठ प्रबंधक एवं डॉक्टरों ने भाग लिया।

 

एचपीआई के यूपी एवं दिल्ली एनसीआर के प्रेसिडेंट डॉ पीएन अरोड़ा ने पेशेंट सेफ्टी, मरीजों की सुरक्षा) एवं हेल्थ केयर के क्षेत्र में क्वालिटी, गुणवत्ता पर जोर देते हुए कहा कि स्वास्थ्य सुविधाएं भारत के सभी नागरिकों के लिए सुचारू एवं सरलतम रूप से उपलब्ध होनी चाहिए। साथ ही उन्होंने सभी प्रतिभागियों का भारत के सुदूर प्रदेशों से कार्यशाला में भाग लेने के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यशाला में भारत के चिकित्सा क्षेत्र में आने वाले बदलाव, चुनौतियों एवं भविष्य के बारे में विस्तार से चर्चा की गई। इस कार्यशाला में डॉ देवी शेट्टी, डॉक्टर वाय पी भाटिया, डॉक्टर जी एस ठाकुर, डॉ जे एल मीणा, डॉ विजय अग्रवाल, डॉ राजीव सेठ आदि डॉक्टरों ने भाग लिया। कार्यशाला में आयुष्मान भारत एवं संचारी रोगों की रोकथाम के बारे में भी चर्चा हुई। इस कार्यशाला में चिकित्सा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य कर रहे संस्थानों को अवार्ड भी दिया जाएगा।