मिशन 2019- बिहार में राजनीति पर चढ़े सामाजिक मुद्दों के भी रंग

पटना। लोकसभा चुनाव में इस बार बिहार में राजनीतिक पार्टियों के बीच जन समस्याओं के अलावा सामाजिक भी मुद्दे अहम हेंगे। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने जहां बेटी बचाओ-बेटी पढ़ओ और गंगा को प्रदूषणमुक्त करने जैसे सामाजिक मुद्दों को उठाने का निर्णय लिया है, वहीं जनता दल यूनाइटेड (जद?) शराबबंदी, दहेज और बाल विवाह जैसे सामाजिक मुद्दों को चुनावी घोषणा पत्र में शामिल करने जा रहा है। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने कौमी एकता, सामाजिक सद्भाव तो वामपंथी दलों ने नारी उत्पीड़न जैसे सामाजिक मुद्दों को जनता के बीच ले जाने का मन बनाया है। हर वर्ग में पैठ बनाने की जुगत में भाजपा आसन्न चुनाव को लेकर राजनीतिक पार्टियां सामाजिक मुद्दों को कैसे जनता तक पहुंचाया जाए, इसकी तैयारी में जुट गई हैं। लोकसभा चुनाव में भाजपा ने कार्यकर्ताओं को सामाजिक मुद्दों में शामिल करने का प्लान बनाया है। स्वच्छता अभियान, बेटी बचाओ, बेटी पढ़ओ और गंगा को प्रदूषणमुक्त करने जैसे सामाजिक मुद्दों को लेकर भाजपा कार्यकर्ता घर -घर तक पहुंचेंगे। बिहार भाजपा के चुनावी रणनीतिकारों में शामिल एक पदाधिकारी ने बताया कि चुनाव में राजनीतिक रणनीति पर अब सामाजिक भागीदारी और जिम्मेदारी बूथ स्तर तक कार्यकर्ताओं को दी गई है। किस रणनीति के तहत कार्य करना है, इसका खाका पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं को थमा दिया गया है। मकसद है विजय लक्ष्य हासिल करना। यह भी स्पष्ट किया गया कि सामाजिक बदलाव के ऐसे कार्यों में हर किसी को जुटना होगा जो समाज के मर्म को छूते हैं। भाजपा कार्यकर्ता सरकार के बेटी बचाओ, बेटी पढ़ओ और गंगा को प्रदूषणमुक्त करने जैसे सामाजिक मुद्दों से सीधे तौर पर जुड़े हैं। इसलिए कार्यकर्ताओं को इसके लिए जिम्मेदार और जवाबदेह भी बनाया गया है। यहां लक्ष्य बनाया है, जो सामाजिक मुद् तक कि भाजपा नेतृत्व ने पार्टी के नए सदस्यों को कार्यकर्ता में परिवर्तित करने का लक्ष्य बनाया है, जो सामाजिक मुद्दों को जन-जन तक पहुंचाने में संदेशवाहक साबित होंगे। विदेश नीति पंचामृत भी चुनावी मुद्दा चुनाव में बिहार भाजपा के कार्यकर्ताओं को केंद्र की नरेंद्र मोदी सकार की पंचामृत विदेश नीति को भी हर वर्ग तक जाकर बताने की जिम्मेदारी दी गई है। इसमें पांच एस यानी सम्मान, संवाद, समृद्धि, सुरक्षा, संस्कृति एवं सभ्यता शामिल हैं। इन्हीं पांच मुद्दों के पंचामृत से वैश्विक राजनीति को मोदी सकार विदेश नीति को धार दे रही है। नए सदस्यों के घर जाएंगे कार्यकर्ता घर-घर चलो जैसे राजनीतिक कार्यक्रम के जरिये भाजपा ने सामाजिक मुद्दों को जन-जन के बीच प्रचार करने पर जोर दे रखा है। साथ ही मोदी सकार की उपलब्धियों को भी जन-जन तक पहुंचाने की जवाबदेही कार्यकर्ताओं को सौंपी है।