सूरज कुंड मेले में दिख रहा लोकसंस्कृति का अद्भुत रंग


 फरीदाबाद। हस्तशिल्प कला और सांस्कृतिक विरासत से रू- ब-रू कराने को शुरू हुए 33 वां सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय हस्तशिल्प मेले में लोगों की खूब भीड़ दिख रही है। एक से बढ़ कर एक देश-विदेश के कलाकार यहां प्रदर्शन कर लोगों की वाहवाही लूट रहे हैं। हस्तशिल्पियों के इस महाकुंभ में थीम स्टेट के रूप में महाराष्ट्र की लोक-संस्कति का नजारा देखने को मिल रहा हैभारतीय लोक कलाकारों के अलावा मेले में सहभागी देश थाईलैंड के लोक कलाकार अपनी अनठी सांस्कृतिक छटा बिखेर रहे हैं। एक से 17 फरवरी तक चलने वाले इस मेले का उद्घाटन प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने किया। इसलिए खास है महाराष्ट्र पूरा मेला परिसर महाराष्ट्र के रंग में रंग गया है, क्योंकि इस मेले का थीम स्टेट महाराष्ट्र है। सूरजकुंड मेले में थीम स्टेट महाराष्ट्र में घरों पर दिवाली पर लगाए जाने वाले कंदिल से चौपाल परिसर को सजाया गया है। मेले में सामाजिक सरोकारों के प्रति जागृति लाने के साथ सांस्कतिक समृद्धि के दर्शन भी हो रहे हैं। हरियाणा पर्यटन निगम की ओर से घर में स्वच्छता एवं बेटी बचाओ अभियान पर जोर दे रहा है। इसके साथ ही वीरों की धरती पर स्वतंत्रता संग्राम के नायकों को भी नमन किया जा रहा हैनागपुर के करीब 83 वर्षीय नेशनल अवार्डी यादव राव चिंद सिरकीकर, शंकर लक्ष्मण निनावे, शेख सैय्यद, राम चंद्र गजानन, प्रवीण बड़वे बैठे हैं तो इन्हीं के बीच शेख तैय्यब और मोहम्मद कादिर महाजन भी शामिल हैं। यादव राव चिंदू को नागपुरी सूती साड़ी के लिए नेशनल तो मोहम्मद कादिर महाजन को स्टेट अवार्ड मिल चुका है।