स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के अंतर्गत जिला स्वच्छता समिति की बैठक सम्पन्न












गाजियाबाद। जिलाधिकारी रितु माहेश्वरी की अध्यक्षता में शुक्रवार को स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के अंतर्गत जिला स्वच्छता समिति की बैठक कलैक्ट्रट सभागार में आयोजित की गयी। जिसमें जिला पंचायत राज अधिकारी रेनू श्रीवास्तव द्वारा स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के अंतर्गत की जा रही विभिन्न स्वच्छता गतिविधियों के बारे में अवगत कराया गया। 

 

इस बैठक में श्री मती श्रीवास्तव ने बताया कि पिछली बैठक में दिये गये दिशा निर्देशों के अनुपालन में कार्य योजना बनाकर नियमानुसार कार्य किया जा चुका है। जनपद में शासनादेशों के क्रम में 11554 लाभार्थियों का एलओबी डाटा भारत सरकार की वेबसाईट पर अपलोड करा लिया गया है, जिसमें विगत वर्षों में ही 10329 शौचालयों का निर्माण जनपद को खुले में शौच से मुक्त किये जाने हेतु कर लिया गया था। जबकि अवशेष 1225 ऐसे लाभार्थी जिनके शौचालयों का निर्माण वित्तीय वर्ष 2018-19 में किया जाना था, के सापेक्ष 759 स्वयं के संसाधन एवं 588 अनुदान से निर्मित किये गये हैं। 

 

उन्होंने आगे कहा कि खुले में शौचमुक्त की स्थिरता बनाये रखने हेतु ग्रामों में नियुक्त स्वच्छाग्रहियों एवं ब्लॉक स्वच्छता टीम द्वारा मॉर्निग-इवनिंग फॉलो-अप, प्रि-ट्रिगरिंग, ट्रिगरिंग एवं सीएलटीएस आदि के माध्यम से स्वच्छता के प्रति जागरूकता संदेशों से प्रेरित किया जा रहा है। साथ ही, स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत स्वच्छता बैठकें, रैलियां एवं अन्य प्रचार-प्रसार सामग्री यथा- नुक्कड नाटक, पपेट शो, पोस्टर पेस्टिंग विडियो वैन, स्व्च्छाग्राही प्रशिक्षण ग्राम प्रधान, ग्राम पंचायत सचिवों का प्रशिक्षण एवं अन्य विभागों में कार्यरत सहयोगी कर्मियों यथा-आंगनबाडी कार्यकत्री, एएनएम आशा एवं अध्यापकगण आदि का समय-समय पर प्रशिक्षण द्वारा प्रचार-प्रसार ग्राम पंचायत, विकासखण्ड, जनपद स्तर पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित करते हुए ग्रामों को खुले में  शौचमुक्त की स्थिरता बनाये रखने हेतु गतिविधि की जा रही है।   

 

स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के अंतर्गत वित्तीय वर्ष 2019-20 एसएलडब्लूएम के तहत कार्य किये जाने हेतु जिलाधिकारी रितु माहेश्वरी ने निर्देशित करते हुए कहा कि चूंकि ग्राम पंचायतों में ठोस अपशिष्ट प्रबन्धन पर कार्य किया जा रहा है, जिसके साथ-साथ लिक्विड वेस्ट मैनेजमेन्ट पर भी कार्य किया जाना आवश्यक है। इसके लिए ग्राम पंचायत स्तर पर टैक्नीकल एजेन्सी, टैक्नीकल आफिर्स के माध्यम से ग्राम पंचायतों का स्थलीय सर्वेक्षण कराते हुऐ एक सप्ताह में डीपीआर जिला स्तर से अनुमोदित कराते हुए पंचायती राज निदेशालय को प्रेषित कर दिया जाए। साथ ही जिला कार्यक्रम अधिकारी को निर्देशित किया गया कि ग्राम पंचायतों में ऐसी किशोरी बालिकाएं, ग्रामीण महिलाओं को सैनेट्री नेपकिन के सम्बन्ध में उपयोगिता एवं व्यवस्था हेतु कार्यक्रम 25 फरवरी को 33 चयनित ग्राम पंचायतों में निर्धारित कराएं। साथ ही डीपीआरओ को यह भी निर्देश दिये कि इस सम्बन्ध में एक कार्यशाला का आयोजन यथाशीघ्र किया जाये। सैनेट्री नैपकीन की व्यवस्था हेतु जिला पंचायत राज अधिकारी को निर्देशित किया गया कि स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के अंतर्गत जो थीम पेन्टिग की जा रही है, उनको तत्काल पूर्ण कराते हुए अवगत कराया जाये।

 

इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी रमेश रंजन, परियोजना निदेशक जिला ग्राम्य विकास अभिकरण पी एन दीक्षित, जिला विकास अधिकारी भालचन्द्र त्रिपाठी, एसीएमओ संजय अग्रवाल, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी राजेश वास, अधिशासी अभियन्ता जल निगम, जिला कन्सलटेन्ट स्वच्छ भारत मिशन मो फारूक आदि उपस्थित रहे।