चिकित्सा मंत्री ने किया मिनिमिली एन्वेसिव लाईव न्यूरो सर्जरी वर्कशॉप का शुभारंभ

जयपुर। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने महात्मा गांधी यूनिवर्सिटी द्वारा एशियन-आस्ट्रेलियन सोसायटी ऑफ न्यूरोलॉजिकल सर्जन्स
के सहयोग से आयोजित एज्युकेशन कोर्स एवं मिनिमिली एन्वेसिव लाईव न्यूरो सर्जरी वर्कशॉप का दीप प्रज्ज्वलित कर व उद्घाटन किया। डॉ. शर्मा ने वर्कशॉप में देश विदेश से आये न्यूरोलॉजिस्ट का स्वास्थ्य विभाग की ओर से स्वागत किया। उन्होंने इस महत्वपूर्ण आयोजन के लिये महात्मा गांधी यूनिवर्सिटी के चेयरपर्सन डॉ. एम.एल. स्वर्णकार, ऑर्गेनाइजिंग चेयरमैन डॉ. बी.एस. शर्मा, ऑर्गेनाइजिंग-को चेयरमैन डॉ. बी.डी. सिन्हा एवं आर्गेनाइजिंग सेकरेट्री डॉ. जितेन्द्र सिंह वर्मा  को बधाई दी। इस अवसर पर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य राज्य मंत्री डॉ. सुभाष गगडला, आरयूएचएस के
फोर्मर वाइस चांसलर डॉ. अशोक पनगडिया एवं एसएमएस मेडिकल कॉलेज के फोर्मर प्रिंसिपल डॉ. एस.आर. धारकर सहित देश विदेश से आये चिकित्सकगण मौजूद थे।चिकित्सा मंत्री ने कहा कि  चिकित्सा के क्षेत्र में क्रांतिकारी परिवर्तन हो रहे हैं एवं न्यूरो सहित सुपर स्पेशिलिटी सेवाओं का निरन्तर विकास हो रहा है। सडक दुर्घटनाओं सहित अन्य दुर्घटनाओं के साथ ही न्यूरो संबंधित कॉप्लीकेशन्स के चलते न्यूरो सर्जरी की ब्रांच अत्यंत महत्वपूर्ण हो गयी है। उन्होंने बताया कि एसएमएस में प्रतिवर्ष 5 हजार से अधिक न्यूरोसर्जरी के ऑपरेशन किये जाते हैं। इसमें से लगभग 2 हजार सडक दुर्घटना के शिकार व्यक्तियों की न्यूरोसर्जरी शामिल हैं। डॉ. शर्मा ने कहा कि गंभीर दुर्घटना  एवं सिर की चोट के व्यक्तियों को अतिशीघ्र न्यूरो क्रिटिकल केयर प्रदान करके ही उनकी जान बचायी जा सकती है। आज देश में लगभग 4 हजार न्यूरो विशेषज्ञ हैं। राजस्थान में न्यूरोलॉजिस्ट एवं
न्यूरोसर्जन मिलाकर 100 से अधिक न्यूरो विशेषज्ञ अपनी सेवायें दे रहे हैं। यह संख्या बहुत कम है। इनकी संख्या बढ़ाने के लिये नये मेडिकल कॉलेज
प्रारम्भ करने के साथ ही स्पेशलाइज्ड ब्रांच की सीटों को बढाने का विशेष प्रयास कर रहे हैं।