दुल्हन की तरह सजेगा सिद्ध शिवलोक दूधेश्वर नाथ मंदिर







गाजियाबाद। महानगर स्थित सिद्ध शिवपीठ दूधेश्वर नाथ मंदिर में महाशिवरात्रि की तैयारियां तेज हो चुकी हैं। गत वर्षों की भांति इस वर्ष भी मंदिर परिसर को दुल्हन की तरह सजाया जा रहा है। क्योंकि भगवान शिव के प्रिय मास फाल्गुन में आगामी 4 मार्च को महाशिवरात्रि के पावन पर्व को हर्षोउल्लास पूर्वक मनाने के लिए यहां भक्तों का तांता लगेगा। इसलिए श्री दूधेश्वर नाथ मंदिर को पूर्ण रुप से सजा संवार कर तैयार किया गया है। जो कुछ कमियां हैं, वह रविवार तक पूरी कर ली जाएंगी।

 

इस बार सोमवार को महाशिवरात्रि होने से इसका खास महत्व है। उस दिन यहां लगभग 5 लाख श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है। उसी को ध्यान में रखते हुए मंदिर प्रशासन व जिला प्रशासन ने अपनी व्यवस्थाएं पूरी की हैं। नगर निगम की ओर से भक्तों द्वारा अभिषेक कराने के लिए मंदिर में गंगाजल की व्यवस्था की गई है। सुरक्षा व्यवस्था के लिए पुलिस, पीएसी, रैपिड एक्शन फोर्स, नागरिक सुरक्षा के वार्डन पूरे मेला परिसर में रहेंगे। लगभग 16 सीसीटीवी कैमरे के द्वारा सम्पूर्ण मंदिर परिसर एवं मेला क्षेत्र के चप्पे-चप्पे की निगरानी की जाएगी। बताया गया है कि जलाभिषेक रविवार 3 मार्च रात्रि 12:00 बजे से आरंभ होकर सोमवार 4 मार्च की रात्रि तक चलेगा। महाशिवरात्रि का व्रत सोमवार को रहेगा।  यह जानकारी श्रीमहंत नारायण गिरि जी महाराज ने दी।

         

मन्दिर विकास समिति के अध्यक्ष व प्रसिद्ध समाजसेवी  धर्मपाल गर्ग ने  बताया कि इस बार इस पर्व पर शिव जी का प्रिय दिन सोमवार पड़ने के चलते बहुत अधिक श्रद्धालुओं के जल-दुग्ध अभिषेक करने की संभावना है। जिसके लिए मंदिर समिति के लगभग 200 कार्यकर्ता तथा नागरिक सुरक्षा संगठन के वार्डन एवं एसपीओ भी श्रद्धालुओं की सहायता के लिए लगाए गए हैं। मंदिर को  भव्य रूप देने के लिए दुधेश्वर श्रृंगार सेवा समिति के सदस्य मिलकर फूलों से मंदिर को नया रूप देंगे। सोमवार की सुबह एवं सायंकाल आरती से पूर्व बाबा दूधेश्वर का भव्य श्रृंगार महाकाल के रूप में किया जाएगा, जिसमें 108 प्रकार के व्यंजनों का भोग भी लगाया जाएगा। 

 

उन्होंने आगे बताया कि रविवार रात को भगवान शिव की दिव्य बारात का आयोजन श्री दूधेश्वर श्रंगार सेवा समिति की ओर से किया गया है, जिसमें भगवान शिव नंदी बैल पर सवार होकर मंदिर में पहुंचेंगे तथा मां पार्वती रथ पर आएंगी। शिव पार्वती का विवाह के बाद भगवान दूधेश्वर का अभिषेक करेंगे। विवाह उपरांत मां पार्वती की पालकी में विदाई की जाएगी। इस अवसर पर श्रद्धालुओं के लिए मन्दिर के सिंह द्वार पर भजन गायकों द्वारा भगवान शिव के भजनों का निरंतर गुणगान करेंगे। मंदिर परिसर में रंग बिरंगी लाइटें भी मंदिर की भव्यता को बढ़ाएंगी। 

 

महाशिवरात्रि पर मन्दिर की समस्त व्यवस्थाएं श्री दूधेश्वर श्रंगार सेवा समिति के अध्यक्ष विजय मित्तल के नेतृत्व में की जाएगी। एवं अन्य कार्यकर्ता आचार्य लक्ष्मीकांत पाढी, मन मोहन गोयल, संजय सिंह, संजीव वर्मा, विजय सिंघल, धीरज कुमार, अमित जिन्दल, गौरव शर्मा, पुनीत पावा, साहिब सिंह चौहान आदि भी  अपना योगदान देंगे। इस आशय की जानकारी एस आर सुथार, मीडिया प्रभारी, श्रीदुधेश्वरनाथ मठ ने दी।