गया से जीतनराम मांझी, जमुई से चिराग पासवान ने भरा पर्चा

पटना। लोकसभा चुनाव के पहले और दूसरे चरण के मतदान के लिए आज महागठबंधन और एनडीए के उम्मीदवारों ने अपना-अपना नामांकन दाखिल किया। गया संसदीय क्षेत्र से महागठबंधन की तरफ से हिंदस्तानी आवाम मोर्चा के अध्यक्ष जीतनराम मांझी और एनडीए की तरफ से विजय मांझी ने पर्चा भरा। महागठबंधन प्रत्याशी जीतन राम मांझी ने सोमवार को गया के समाहरणालय में नामांकन पत्र दाखिल किया। उनके साथ में बेलागंज विधायक डॉ सुरेंद्र प्रसाद यादव, पूर्व मंत्री अवधेश कुमार सिंह, बाराचट्टी विधायक समता देवी मौजूद थे । समाहरणालय के बाहर और अंदर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। साथ ही महागठबंधन के समर्थकों की भीड़ भी देखी गई। वहीं, राजग गठबंधन से जदयू के प्रत्याशी विजय मांझी ने भी समाहरणालय पहुंचकर अपना पर्चा भराउनके साथ सूबे के कृषि मंत्री डॉक्टर प्रेम कुमार एवं पर्यटन मंत्री प्रमोद कुमार भी शामिल रहे। जमुई संसदीय क्षेत्र से एनडीए के उम्मीदवार लोजपा नेता चिराग पासवान ने अपना नामांकन दाखिल किया तो वहीं महागठबंधन की तरफ से रालोसपा उम्मीदवार भूदेव चौनरी ने नामांकन दाखिल किया। -भागलपुर से बसपा के प्रत्याशी मोहम्मद आशिक इब्राहिमी ने नामांकन दाखिल किया। बता दें कि इब्राहिमी भागलपर में आयक्त रह चके हैं। -बांका सीट से राजद उमीदवार जयप्रकाश नारायण यादव और जदयू उम्मीदवार के रूप में गिरिधारी यादव ने नामांकन का पर्चा दाखिल किया। -पूर्णिया सीट से कांग्रेस प्रत्याशी उदय सिंह उर्फ पप्पू सिंह ने नामांकन किया।


महागठबंधन के कई नेता नामांकन के दौरान रहे साथ। -कटिहार से एनडीए की तरफ से जदयू प्रत्याशी सह पूर्व मंत्री दुलाल चंद गोस्वामी ने भरा नामजदगी का पर्चा तो वहीं महागठबंधन में कांग्रेस की तरफ से तारिक अनवर ने भी पर्चा भरा -नवादा लोकसभा संसदीय सीट के एनडीए उम्मीदवार चंदन कुमार ने नामांकन दाखिल किया। नामांकन के दौरान उनके साथ नालंदा एमपी कौशलेंद्र कुमार, मुंगेर सांसद वीणा देवी, वारिसलीगंज विधायक अरूणा देवी, एमएलसी सलमान रागिव भी शामिल थे। वहीं इसी सीट से महागठबंधन की तरफ से राजद प्रत्याशी विभा देवी ने भी नामांकन दाखिल किया। मांझी ने कहा-हमारे सामने कोई चैलेंज नहीं है, चिराग ने कहा-पैसे नहीं जनता का विश्वास कमाया पर्चा भरने के बाद पत्रकारों से रूबरू होते हुए जीतनराम मांझी ने कहा कि गया में हमारे समक्ष कोई चैलेंज नहीं है। यहां एक पक्षीय मुकाबला है। उन्होंने ये भी कहा कि अब तक जो भी जनप्रतिनिधि आए हैं, उन्होंने जिस तरह का विकास होना चाहिए वह नहीं किय। गया पौराणिक शहर होते हुए भी स्मार्ट सिटी के दायरे में शामिल नहीं हुआ है. यह दवट है। वहीं, नामांकन के बाद चिराग पासवान ने कहा कि पांच साल में लोगों ने पैसे कमाए, मैंने तो बस जनता का विश्वास कमाया है। अपने क्षेत्र की जनता पर मुझे पूरा भरोसा है कि इस बार भी वो मुझे पसंद करेगी