इस बार बड़ी संख्या में बेटिकट होंगे सांसद, मैदान में दिखेंगे पुराने लड़ाके भी


पटना। पहले चरण में बिहार के जिन चार लोकसभा क्षेत्रों में मतदान होना है, उसके लिए प्रत्याशियों के नाम का न तो एनडीए ने और न ही महागठबंधन ने अभी ऐलान किया है। पर, दोनों ओर के पुराने लड़ाकों को इस बात की उम्मीद है कि वे बेटिकट नहीं होंगे। नवादा लोकसभा क्षेत्र को छोड़ दें तो शेष तीन लोकसभा क्षेत्र क्रमशः गया, जमुई और औरंगाबाद में प्रत्याशी बदलने की उम्मीद कम दिख रही। पहले चरण के लिए उम्मीदवारों की तस्वीर आहिस्ता-आहिस्ता संबंधित क्षेत्रों में साफ होने लगी जमुई में दो पुराने चेहरे दिखेंगे यह तय माना जा रहा जमुई लोकसभा क्षेत्र के लिए एनडीए प्रत्याशी तय हो गया है। लोजपा संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष व वर्तमान है। सांसद चिराग पासवान ही इस बार भी वहां से एनडीए के प्रत्याशी होंगे। लोजपा सुप्रीमो रामविलास पासवान का कहना है कि चिराग ने वहां काफी काम किए हैं। वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में चिराग को 2,85,352 वोट मिले थे। यह बात भी खूब चर्चा में है कि शरद यादव का यह दबाव है कि उदय नारायण चौधरी को जमुई से महागठबंधन का उम्मीदवार बनाया जाए। पिछली बार उदय नारायण चौधरी ने जदय प्रत्याशी के रूप में जमुई से चुनाव लड़ा था। वैसे दूसरे नंबर पर जमुई में राजद प्रत्याशी सुधांशु कुमार रहे थे जिन्हें 1,99,407 वोट मिले थे। गया में भी चेहरे बदलेंगे ऐसी उम्मीद नहीं गया लोकसभा क्षेत्र में प्रत्याशी बदलेंगे इस बात की कम उम्मीद है। गया की सीट भाजपा के कब्जे में है। वर्मा को पटना हाईकोर्ट दिखेंगे पुराने हरि मांझी वहां से सांसद हैं। हरि मांझी का नाम इस तर्क के साथ इस बार भी चल रहा कि वर्ष 2014 के चुनाव में उन्होंने भारी अंतर से राजद के रामजी मांझी को चुनाव में हराया था। हरि मांझी को 3,26,231 वोट मिले थे और राजद के रामजी मांझी को 2,10,726 वोट मिले थे। इस बार चर्चा यह है कि हरि मांझी के मुकाबले महागठबंधन प्रत्याशी के रूप में हम की टिकट परजीतन राम मांझी वहां से चुनाव लड़ेंगे। वर्ष 2014 का चुनाव जीतन राम मांझी ने जदयू की टिकट पर गया से लड़ा था और तीसरे नंबर पर रहे थे। उन्हें 1,31,828 वोट मिले थे। औरंगाबाद में महागठबंधन प्रत्याशी का नाम लगभग तय औरंगाबाद सीट पर भी प्रत्याशियों को लेकर कोई बदलाव नहीं होने जा रहा। भाजपा के सुशील कुमार सिंह वहां से सांसद है। एनडीए में अगर यह सीट किसी अन्य घटक को भी जाती है तो भी प्रत्याशी को लेकर बहुत संशय की स्थिति नहीं है। महागठबंधन में कांग्रेस के निखिल कुमार का नाम भी तय माना जा रहा। पिछली बार उन्होंने काफी मजबूती से चुनाव लड़ा था और हार-जीत का अंतर बहुत अधिक नहींथातीसरे नंबर पर जदयू के बागी कुमार वर्मा थे वहां। नए परिसीमन के बाद औरंगाबाद का समीकरण बदला है। बागी कुमार वर्मा को 1,36, 137 वोट मिले थे।, निखिल कुमार को 2,41,594 वोट आए थे और सुशील सिंह को 3,07941 मत। नवादा में दोनों गठबंधन में नए प्रत्याशी दिखेंगे नवादा में इस बार दोनों गठबंधन में नए प्रत्याशी का हाईकोर्ट से मिल गयी महागठबंधन में सबकुछ दिखना तय माना जा रहा है। भाजपा के गिरिराज सिंह यहां से सांसद हैं। उनकी जगह पर लोजपा की वीणा सिंह एनडीए की प्रत्याशी होंगी और राजद के राजवल्लभ यादव की जगह भी नया प्रत्याशी होगा।