जैसलमेर के चहुंमुखी विकास में कोई कमी नहीं आने दी जायेगी: मुख्यमंत्री

जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि जैसलमेर की जनता सदैव ही विपरीत परिस्थतियों में भी मजबूत रही है एवं वे सरहदी होने के नाते सीमाओं की रक्षा के लिए भी सदैव तत्पर रहे है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की सरकार जैसलमेर के चहुंमुखी विकास में किसी प्रकार की कमी नहीं आने देगी।उन्होंने कहा कि जैसलमेर से सदैव ही उनका प्रेम रहा है एवं आगे भी रहेगा।उन्होंने कहा कि अकाल की स्थिति में राज्य सरकार पशुधन संरक्षण के लिए शीघ्र ही चारा डिपों एवं पशु शिविर चालू कर किसानों व पशु पालकों को राहत पहुंचायेगी। मुख्यमंत्री गहलोत तनोट में आयोजित जनसभा को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर राजस्व एवं उपनिवेशन मंत्री हरीश चौधरी, अल्पसंख्यक मामलात् एवं वक्फ मंत्री शाले मोहम्मद, जिला प्रमुख अंजना मेघवाल, जैसलमेर विधायक रूपाराम धनदेव के साथ ही अन्य जनप्रतिनिधिगण उपस्थित थे।मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि प्रदेश में कृषि अनुदान के रूप में 1500 करोड रूपये की राशि का वितरण का लक्ष्य रखा गया है जिसमें से जैसलमेर में 127 करोड रूपये की अनुदान राशि वितरित हो गई है। उन्होंने कहा कि जिले में 170 करोड रूपये के ऋण माफ किये जा चुके है जिससे किसानों को राहत मिली है। उन्होंने विश्वास दिलाया कि वर्तमान में नहरी सिंचाई के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी आ रहा है एवं उसमें भी आगे भी कमी नहीं आने दी
जायेगी।राजस्व मंत्री हरीश चौधरी ने तीसरी बार मुख्यमंत्री बनने के बाद पहली बार जैसलमेर तनोट आने पर हार्दिक अभिनन्दन किया एवं उन्होंने कहा कि राज्य सरकार सदैव किसानों के हितों के लिए कृत संकल्प है। अल्पसंख्यक मामलात् मंत्री शाले मोहम्मद एवं जैसलमेर विधायक रूपाराम धनदेव ने अकाल की स्थिति में शीघ्र ही पशुधन संरक्षण के लिए राहत का पैकेज खोलने की मांग की। इस मौके पर पूर्व विधायक गोर्वद्वन कल्ला, मुल्तानाराम बारूपाल, पूर्व जिला प्रमुख अब्दुल्ला फकीर, प्रधान अमरदीन फकीर, उषा राठौड, समाजसेवी गोविन्द भार्गव उपस्थित थें। कार्यक्रम का संचालन उम्मेदसिंह तंवर ने किया।