कुल ऋण राशि का 69.39 प्रतिशत है। उन्होंने बताया कि इससे कृषि में पूंजी निर्माण की वृद्धि सुनिश्चित करने के लिए इस क्षेत्र में निवेश बढ़ेगा।
सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम क्षेत्र में 36,032 करोड़ रुपए ऋण राशि का वितरण संभावित है। नाबार्ड ने नए किसानों को ऋण के साथ ही एमएसएमई क्षेत्र में नए उद्यमों को भी मदद देने का लक्ष्य रखा है। मुख्यमंत्री ने नाबार्ड को स्टेट फोकस पेपर के लिए बधाई दी और कहा कि राज्य सरकार पूरी प्रतिबद्धता के साथ किसानों के कल्याण की दिशा में निरंतर काम कर रही है।उन्होंने नाबार्ड की योजनाओं की तारीफ करते हुए कहा कि ऐसी संस्थाएं
किसानों और ग्रामीण क्षेत्रों के विकास के लिए निरन्तर प्रयासरत हैं।उन्होंने कहा कि इनसे प्रदेश सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों को बल
मिलेगा। इस अवसर पर कृषि एवं पशुपालन मंत्री लालचन्द कटारिया, मुख्य सचिव डी.बी. गुप्ता, अतिरिक्त मुख्य सचिव कृषि एवं पशुपालन श्री पवन कुमार गोयल, नाबार्ड के महाप्रबंधक ललित मौर्य, अजय बत्रा एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम क्षेत्र में 36,032 करोड़ रुपए ऋण राशि का वितरण संभावित है। नाबार्ड ने नए किसानों को ऋण के साथ ही एमएसएमई क्षेत्र में नए उद्यमों को भी मदद देने का लक्ष्य रखा है। मुख्यमंत्री ने नाबार्ड को स्टेट फोकस पेपर के लिए बधाई दी और कहा कि राज्य सरकार पूरी प्रतिबद्धता के साथ किसानों के कल्याण की दिशा में निरंतर काम कर रही है।उन्होंने नाबार्ड की योजनाओं की तारीफ करते हुए कहा कि ऐसी संस्थाएं
किसानों और ग्रामीण क्षेत्रों के विकास के लिए निरन्तर प्रयासरत हैं।उन्होंने कहा कि इनसे प्रदेश सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों को बल
मिलेगा। इस अवसर पर कृषि एवं पशुपालन मंत्री लालचन्द कटारिया, मुख्य सचिव डी.बी. गुप्ता, अतिरिक्त मुख्य सचिव कृषि एवं पशुपालन श्री पवन कुमार गोयल, नाबार्ड के महाप्रबंधक ललित मौर्य, अजय बत्रा एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।