न्यूनतम मजदूरी की दरों में 12 रुपये प्रतिदिन की दर से वृद्धि

जयपुर। राज्य सरकार द्वारा प्रत्येक वर्ग के लिए न्यूनतम मजदूरी की दरों में 12 रुपये प्रतिदिन की दर से वृद्धि करने का निर्णय लिया गया है।
मजदूरी की नई दरों एक मई, 2019 से लागू होगी। राज्य सरकार द्वारा 100 दिवसीय कार्य योजना में सम्मिलित बिन्दु ''राज्य की न्यूनतम मजदूरी की दरों में बढ़ोतरी की जायेगी'' के सम्बन्ध में यह निर्णय लिया गया है।
श्रम आयुक्त नवीन जैन ने बताया कि राज्य सरकार की 100 दिवसीय कार्य योजना में अकुशल, अद्र्ध कुशल, कुशल तथा उच्च कुशल श्रमिकों की न्यूनतम मजदूरी की दरों में बढ़ोतरी करने का निर्णय लिया गया है। नई मजदूरी दरें एक मई से राज्य में प्रभावी होगी। उन्होंने बताया कि अकुशल श्रमिक की न्यूनतम मजदूरी की दर 225 रुपये प्रतिदिन व 5850 रुपये प्रतिमाह व अद्र्ध कुशल श्रमिक की न्यूनतम मजदूरी की दर 237 रुपये प्रतिदिन व 6162 रुपये प्रतिमाह व कुशल श्रमिक की न्यूनतम मजदूरी की दर 249 रुपये प्रतिदिन व 6474 रुपये प्रतिमाह तथा उच्च कुशल श्रमिक की न्यूनतम मजदूरी की दर 299 रुपये प्रतिदिन व 7774 रुपये प्रतिमाह न्यूनतम मजदूरी की नई दरें निर्धारित की गई हैं। उल्लेखनीय है कि श्रम विभाग द्वारा 6 मार्च, 2019 को इस आशय की एक अधिसूचना जारी कर इस बढ़ोतरी से प्रभावित होने वाले व्यक्तियों से दो माह की अवधि में सुझाव के साथ आपत्तियां मांगी गयी है।न्यूनतम मजदूरी अधिनियम, 1948 की धारा 5(1) में दिये गये प्रावधान के अनुसार यह अधिसूचना जारी की गयी है। जैन ने बताया कि विभाग द्वारा न्यूनतम मजदूरी की दरों में पिछली वृद्धि एक जनवरी, 2018 से लागू की गयी थी। न्यूनतम मजदूरी की दरों में वृद्धि प्रस्तावित करते समय उपभोक्ता मूल्य सूचकांकों को ध्यान में रखा जाता है। राज्य में एक मई, 2019 से प्रस्तावित उपरोक्त न्यूनतम मजदूरी की दरों को तय करते समय सितम्बर, 2017 से दिसम्बर, 2018 तक की अवधि में उपभोक्ता मूल्य सूचकांकों में जो वृद्धि दर्ज की गयी है उसे ध्यान में रखा गया है। उपभोक्ता मूल्य सूचकांक के यह आकलन  श्रम विभाग को लेबर ब्यूरो शिमला से प्राप्त किये जाते हैं।