पीयूष गोयल द्वारा डब्ल्युएपी-7एचएस डीजल इंजन का अनावरण

माननीय रेल एवं कोयला मंत्री पीयूष गोयल ने आज नई दिल्ली स्थित रेल भवन से वीडियो लिंक द्वारा डब्ल्युएपी-7एचएस डीजल इंजन का अनावरण किया । इस अवसर पर रेलवे बोर्ड के सदस्य इंजीनियरिंग, श्री विश्वेश चौबे तथा सदस्य बिजली श्री घनश्याम सिंह व रेलवे के अनेक वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे ।


डब्ल्युएपी-7एचएस डीजल इंजन भारतीय रेलवे का सबसे ताकतवर इंजन है जो 24 डिब्बों की रेलगाडी को तीव्र गति से खींचने में सक्षम है । इस इंजन की अधिकतम सेवा गति 140 किलोमीटर प्रतिघंटा थी । रेलगाडियों को तीव्र गति से चलाना और उनके यात्रा समय में कमी लाने के लिए इंजनों की अधिकतम गति सीमा को बढ़ाना समय की आवश्यकता है ।


इस उद्देश्य को दृष्टि में रखते हुए भारतीय रेलवे ने डब्ल्युएपी-7एचएस डीजल इंजनों की गति सीमा को 140 किलोमीटर प्रतिघंटा से बढाकर 160 किलोमीटर प्रतिघंटा करने की योजना बनाई है। चितरंजन लोको वर्कशॉप ने डब्ल्युएपी-7 इंजनों का नया संस्करण डब्ल्युएपी-7एचएस डीजल इंजन तैयार किया है जो 160 किलोमीटर प्रतिघंटा की अधिकतम गति सीमा वाला है । आवश्यक परीक्षणों के बाद इस इंजन को सेवा में लगाया जायेगा । यह नए प्रकार का इंजन राजधानी, शताब्दी और दूरंतो रेलगाडियों में प्रयोग किया जायेगा ।


यह कार्य ‘मेक इन इंडिया’ के अंतर्गत किया गया है । इस इंजन का पूरा डिजाइन और विकास स्वदेशी स्तर पर चितरंजन लोको वर्कशॉप द्वारा किया गया है।