इस सम्बन्ध में नवनिर्माण भारत और बीजेपी के लोगों का कहना है कि हाल के दिनों में यह संगठन बहुत तेजी से उभरा है और आरएसएस और बीजेपी से किसी न किसी कारण वश नाराज चल रहे लोगों को भी उनके पक्ष में मैनेज करने का काम किया है, जिससे इसकी डिमांड सभी वर्गों में बढ़ी है। यही वजह है कि नवनिर्माण भारत के चन्द्र कुमार बोस (नेता जी सुभाष चन्द्र बोस के परिवार के सदस्य), डॉ.अनुपम नायक, सुमन दत्ता, विक्रमादित्य सिंह जूदेव, जया सिंह जूदेव, डॉ. प्रमिला उपाध्याय, कृति शुक्ला, कमल यादव, वीरेश नागर, विशाल ज्योति कलिता, रूबी महानता, लोंगकी फांगचो, राकेश सप्रू, विलास अथावले, सचिन प्रभु रुईकर, ओम प्रकाश गुप्ता, भरत भाई सवालिया, डिंपल मुंडा, सुशील शिंदे, बालाजी दिगंबर कोटिगीरे, पंकज पाठक के नाम शामिल हैं।
इसके अलावा, जीवन गोस्वामी, दिलीप कुमार बोराह, डॉ. प्रताप सिंह, बेदप्रकाश पाटिल, पुष्पेन्द्र सिंह कुडिया, अजय शर्मा, राजेश वर्मा, नीलेश शाह, निक्की दबास,
प्रवीण लड्डू, पराग प्रदीप ओमंवर, रजनी बत्रा, निशिगंधा ओमांवर, सोम मंडल, वेंकटेश गुप्ता, एडवोकेट प्रदीप कर, राहुल कुशवाहा और मैना गोस्वामी के नाम भी टिकटार्थियों की सूची में शामिल है। अब देखना यह है कि बीजेपी संसदीय बोर्ड की समीक्षा में कितने नामों पर मुहर लगेगी और कितने सियासी कूड़ेदान में डाल दिए जाएंगे अगले चुनाव तक के लिए।