जिसके कदम जमीं पे ,और मस्तक आसमान में होता है , उसके लिए कुछ भी नामुमकिन नहीं होता। इस ज़ज़्बे के साथ , अनामिका छाबरा भारतीय परम्पराओ से जुड़े रहते हुए , अपने काम को पूरे विश्व तक पहुँचाना चाहती है। वह " मेड इजी प्री स्कूल " में शिक्षक है। यहाँ उन्हें बच्चो के विकास के लिए जरूरी प्रशिक्षण और अनुभव प्राप्त होता है। इस स्कूल का एन जी ओ भी है जो कई आंगनवाड़ी के साथ गरीब बच्चो के विकास लिए भी काम करता है । स्कूल में मिले हौसले से समाज के इस वर्ग की सहायता करने की अप्रतिम इच्छा उनकी सबसे बड़ी प्रेरणा है जो उन्हें निरंतर काम करने और अपने कौशल को बढ़ाने की शक्ति देती है। आज वो बच्चो की , एक प्रसिद्ध सलाहकार है।अपने मिशन की जागरूकता के लिए उन्हें मिसज इंडिया क्वीन ऑफ़ सब्सटांस ,2019 ने HCWA के साथ मिल कर ये मंच दिया जिससे वो अपने प्रयास को करोड़ो लोगो तक पहुँचाने में सक्षम हुई है। इस उपलब्धि ने उनकी उड़ान को नए पंख दिए है।उनका मानना है कि किसी भी मिशन की सफलता के लिए बड़े स्तर पर लोगो की जागरूकता और सहयोग अत्यंत आवश्यक हैं।
अनामिका छाबरा ने बेस्ट ट्रेडिशनल कॉस्ट्यूम "मिसेज इंडिया क्वीन ऑफ़ सब्सटांस ,2019 " जीता