बौखलाहट में विपक्ष PM और मेरे खिलाफ गलत शब्दों का कर रहे प्रयोगः नीतीश

भागलपुर। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरुवार को भागलपुर और मुंगेर में कई चुनावी सभाओं को संबोधित किया। उन्होंने भागलपुर के एनडीए के जदयू प्रत्याशी अजय मंडल और मुंगेर से एनडीए के लोजपा प्रत्याशी चिराग पासवान के लिए वोट मांगे। भागलपुर के गोराडीह के मुक्तापुर मध्य विद्यालय के मैदान में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि कल तक घर से नहीं निकलने वाली महिलाएं आज समूह में निकल कर लोगों को ज्ञान बांट रही हैं। बेटियां समूह में स्कूल जाने लगी हैं। मुख्यमंत्री ने भागलपुर लोकसभा के प्रत्याशी अजय मंडल के लिए समर्थन और सहयोग मांगा। उन्होंने कहा कि हाशिये पर खड़े लोगों को समाज की मख्यधारा से जोड़ने का काम किया। अब समाज का कोई भी तबका वंचित नहीं है। न्याय के साथ विकास किया। सीएम ने कहा की राजनीति में विरोध होता है, पर भाषा शालीन होनी चाहिए। इस समय बहुत से लोग बौखलाहट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मेरे खिलाफ गलत शब्दों का प्रयोग कर रहे हैं। कैसी-कैसी भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं। ये वही लोग हैं, जो आप को बरगलाकर मेवा खाना चाहते हैं। मैं तो सेवा करने वाला आपका सेवक हूं। विधायक सह जदयू प्रत्याशी अजय कुमार मंडल ने भी चुनावी सभा को संबोधित किया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि मैं सेवा करने में विश्वास रखता हूं। लेकिन, कुछ लोग सत्ता पाकर मेवा खाना चाहते हैं। ऐसे लोगों से बचकर रहिएगा। मैं न्याय के साथ विकास की बात करता हूं। मतलब, समाज के सभी तबकों का विकास। सीएम ने भागलपुर लोकसभा के जदयू प्रत्याशी अजय मंडल के लिए समर्थन और सहयोग मांगा। बोले, मैं आपसे अपनी मजदूरी मांगने आया हूं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार के विकास में काफी योगदान दिया है। उनको फिर से देश की सेवा करने का मौका दीजिए। अपना कीमती वोट देकर केंद्र में पुनः नरेंद्र मोदी की सरकार बनाईए।बिहार की सड़कें दूसरे राज्यों से बेहतर हो गईसीएम ने कहा कि मैंने हाशिये पर खड़े लोगों को समाज की मुख्यधारा से जोड़ने का काम किया। उन्होंने भीड़ से पूछा, पहले महिलाओं की क्या हालत थी घर से निकल नहीं पाती थीं। मैंने पंचायत और नगर निकाय के चुनाव में पचास फीसद आरक्षण दिया। आज देखिए, लाख की संख्या में महिलाएं बाहर निकलती हैं और क्षेत्र के विकास में अपनी भागीदारी निभाती हैं। पहले महिला सिपाही नहीं दिखती थी। अब सिपाही और सब इंस्पेक्टर बनकर महिलाएं देश सेवा कर रही हैं। जीविका के माध्यम से महिलाओं को समूह से जोड़ा। आज महिलाएं जितना बैंकिंग के बारे में जानती हैं उतना बैंक कर्मचारी भी नहीं जाते। साइकिल और पोशाक योजना की शुरुआत की तो गांव-गांव की बेटियां स्कूल जाने लगीं। स्टूडेन्ट क्रेडिट कार्ड से चार लाख रुपये निकाल कर हर विद्यार्थी उच्च शिक्षा ग्रहण कर सकता है। कलतक झारखंड की सड़कें अच्छी मानी जाती रही। अब बिहार की सड़कें दूसरे राज्यों से बेहतर हो गई है। यह बदलाव काम करने से आया है। भागलपुर में विक्रमशिला सेतु के समानांतर फोरलेन पुल बनाने की दिशा में तेजी से काम हो रहा है। सात निश्चय योजना से गांव और टोलों का कायाकल्प हो गया। घर-घर बिजली आ गई, लालटेन की जरूरत खत्म हो गई। पहले 700 मेगावाट नीतीश नीतीश नीतीश बिजली का उत्पादन होता थाआज पांच हजार 252 मेगावाट बिजली का उत्पादन हो रहा है। किसानों के खेतों तक बिजली पहुंचाने के लिए कृषि फीडर बनाया जा रहा है। गांव-गांव को सड़क से जोड़ दिया गया। कौशल युवा केंद्रों में कम्प्यूटर ज्ञान हासिल कर युवा नौकरी हासिल कर रहे हैं। साल के अंत तक सभी पुराने बिजली तार बदल दिए जाएंगे। गांधी जयंती से पहले पूरे बिहार को खुले में शौच से मुक्त कर दिया जाएगा। विरोध का आधार और भाषा शालिन होनी चाहिए सीएम ने कहा कि राजनीति में विरोध होता है पर उसका आधार और भाषा शालिन होनी चाहिए। इस समय बहुत से लोग बौखलाहट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मेरे खिलाफ गलत शब्दों का प्रयोग कर रहे हैं। कैसी कैसी भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं। समाज में कटुता पैदा करने की कोशिश हो रही है। ऐसे लोगों से सावधान रहिएगा। सीएम ने कहा कि 13 सालों से आपकी सेवा करते आ रहे हैं, मजदूरी नहीं मांगेंगे। इस पर भीड़ ने हाथ उठाकर अपना समर्थन दिया।