बेघरों के लिए 190 स्थानों पर लगाए जा रहे हैं मतदाता पंजीकरण शिविर






नई दिल्ली। ईवीएम व वीवीपैट से मतदान के बाबत समाज के सभी वर्गों को जागरुक करने के क्रम में राष्ट्रीय राजधानी के बेघरों को जागरुक करने का काम शुरु हो गया है। इसकी शुरुआत दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) डॉ. रणबीर सिंह ने रविवार की सुबह गीता कालोनी स्थित रैन बसेरे से की। उन्होंने लक्ष्मीनगर, सीमापुरी और जंगपुरा क्षेत्र में मौजूद रैनबसेरों का औचक निरीक्षण किया और वहां मौजूद बेघरों को मतदान के प्रति जागरुक भी किया।

 

इस दौरान सीईओ ने बेघरों से कहा कि वे मतदाता पंजीकरण फॉर्म भरें और मतदाता सूची में नाम दर्ज कराएं ताकि सशक्त भारत के निर्माण में उनकी भागीदारी भी सुनिश्चित हो सके। उन्होंने कहा कि दुनियां के सबसे बड़े लोकतंत्र में मतदाताओं की भागीदारी बढ़ाने के उद्देश्य से मॉक पोल भी कराया जा रहा है ताकि ईवीएम व वीवीपैट से मतदान करने के बाबत लोगों की हिचकिचाहट दूर की जा सके। इस संबंध में पूर्वी दिल्ली के बाबरपुर बस टर्मिनल पर एक जागरुकता कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें उपस्थित लोगों से ईवीएम व वीवीपैट से नकली मतदान कराया गया। 

 

डॉ.  सिंह ने बताया कि बेघरों के नाम मतदाता सूची में जोड़ने के लिए दिल्ली शहरी आश्रय सुधार बोर्ड (डुसिब) के 190 रैन बसेरों का चयन किया गया है जहां शाम पांच बजे से रात 10 बजे तक विशेष पंजीकरण अभियान जारी है। इन, दो दिवसीय शिविरों के लिए 6 नोडल अधिकारी नियुक्त किए गए हैं जो संबंधित क्षेत्र के बीएलओ और चुनाव कर्मियों के सहयोग से बेघरों को मतदाता बनाने का कार्य कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि ' कोई मतदाता न छूटे ' अभियान के तहत बेघर नागरिकों को मतदान करने के लिए भी प्रेरित किया जा रहा है।