गाजियाबाद। कमला नेहरू नगर स्थित आठवीं बटालियन एनडीआरएफ में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिजास्टर मैनेजमेंट, नई दिल्ली में देश भर से प्रशिक्षण ले रहे 42 अधिकारियों, जिसमें वैज्ञानिक, डॉक्टर्स, रेवेन्यू तथा प्रशासनिक अधिकारी शामिल हैं, को एक दिवसीय आपदा प्रबंधन प्रशिक्षण दिया गया।
डॉग्स का कार्य एवं जवानों के रोप रेस्क्यू करतब देख कर सभी अधिकारियों ने खूब तालियां बजाई। इसके उपरांत केमिकल, बायोलॉजिकल, रेडियोलॉजिकल व न्यूक्लियर, सीबीआरएन आपदाओं के बारे में भी बताया गया, जिसमें किसी फैक्ट्री में गैस एवं जहरीले कैमिकल का रिसाव होने पर क्या कार्रवाई की जाती है। फैक्ट्री के अंदर फंसे हुए लोगों को किस तरह से डिकॉन्टेमिनेशन करके बाहर निकाला जाता है। इस हालात में वहां रहने वाले स्थानीय लोगों को किस तरह से दिशा निर्देश पारित करना चाहिए, इसके बारे में बताया गया।
इस दौरान सभी प्रकार की आपदाओं में काम आने वाले अत्याधुनिक उपकरणों की प्रदर्शनी लगाई गई व उपकरणों के कार्यों के बारे में बताया गया। इस अवसर पर डिप्टी कमांडेंट आदित्य प्रताप सिंह ने बताया कि यह प्रशिक्षणार्थी अपने राज्यों में आपदा प्रबंधन के दौरान आईआरएस ऑर्गेनाइजेशन के विभिन्न पदों को संभालते हैं, इसलिए इस प्रकार का प्रशिक्षण अत्यंत आवश्यक है I