# 49 बच्चों की टीसी काटे जाने के बाद भड़का विवाद
# अभिभावकों ने 10 बच्चों की टीसी बिना पूर्व नोटिस के काटने का लगाया आरोप
# विद्यालय प्राचार्या डॉ मंजू राणा ने वर्ष भर फीस जमा नहीं करने पर की है सख्त कार्रवाई
# प्रशासन के हस्तक्षेप से त्रिपक्षीय बैठक हुई जिलाधिकारी कार्यालय सभागार में
विषयों पर जिलाधिकारी कार्यालय में दिन में बैठक हुई, लेकिन कोई हल नहीं निकला। फिर सायं 5 बजे शुरू हुई बैठक में चर्चा जारी है।
प्राचार्या डॉ राणा ने आगे बताया कि फीस वृद्धि का मामला उच्च न्यायालय में विचाराधीन है और हमलोग न्यायालय के फैसले को मानेंगे। लेकिन जब तक स्पष्ट न्यायादेश नहीं मिल जाता तबतक अभिभावकों को स्कूल प्रबंधन से सहयोग करना चाहिए, न कि बगावत। जैसा कि आज देखने को मिला। उन्होंने कहा कि जब मैंने 49 बच्चों के टीसी काट दिए और आज सुबह उन बच्चों को विद्यालय में लेने से इनकार कर दिया, तब उनके अभिभावकों ने एकजूट होकर मुख्य गेट पर नारेबाजी की, फिर गार्ड से हाथापाई की, जिससे कुछ गार्ड को चोट भी लगी। उसके बाद गेट तोड़कर जब बच्चों सहित अभिभावक अंदर आए, तब हमलोगों ने बच्चों को लाइब्रेरी में बिठाया और अभिभावकों से बातचीत की, लेकिन वो अपनी जिद्द पर अड़े रहे। बाद में वे लोग बच्चों सहित जिलाधिकारी कार्यालय की ओर रवाना हो गए।
उन्होंने आगे बताया कि कतिपय अभिभावकों के अराजक व्यवहार के बारे में उन्होंने इंदिरापुरम थाना में इत्तिला दे दी है। उन्होंने स्पष्ट कहा कि जबतक अभिभावक अपने अपने बच्चे की पूरी फीस नहीं जमा करेंगे, तबतक उनके बच्चों का दाखिला नहीं लिया जाएगा। उधर समाचार लिखे जाने तक जिलाधिकारी कार्यालय सभागार में इस विषय पर बैठक चल रही है, जिसके विवरण की प्रतीक्षा की जा रही है। बैठक में जिलाधिकारी रितु माहेश्वरी, अभिभावक, सिटी मजिस्ट्रेट, डीआईओएस और स्कूल मैनेजमेंट के प्रतिनिधि शामिल रहे।