*माँ, मातृभूमि व मातृभाषा का कोई विकल्प नही* विषय पर गोष्ठी*





प्रयागराज।भारतीय भाषा अभियान के तत्वावधान में नव संवत्सर 2076 के स्वागत के मौके पर  इलाहाबाद हाईकोर्ट स्थित पुस्तकालय सभागार में *माँ, मातृभूमि व मातृभाषा का कोई विकल्प नहीं* विषयक गोष्ठी आयोजित हुई। गोष्ठी के मुख्य अतिथि इलाहाबाद उच्च न्यायालय के माननीय न्यायाधीश न्यायमूर्ति अशोक कुमार ने अधिवक्ताओं से भरे सभाकक्ष को संबोधित करते हुए कहा कि हिन्दी भाषा स्वयं में प्रभावशाली है। उन्होंने प्रति सप्ताह एक फैसला हिन्दी भाषा में देने का संकल्प भी दोहराया।

विशिष्ट अतिथि नयायाधीश न्यायमूर्ति नीरज तिवारी ने भी हिंदी भाषा के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि न्यायालय में आज अधिकांश बातें हिन्दी में हो रही हैं। निर्णय लिखवाने में अभी व्यवस्था में बदलाव का इंतजार है। उन्होंने हिन्दी में काम करने की सभी से अपील की। मुख्य वक्ता धर्म जागरण प्रमुख पूर्वी उत्तर प्रदेश श्री अभय  ने कहा कि जीवन में हिन्दी का प्रयोग शुरू करने से हिन्दी स्वयं उन्नत स्थान पर होगी। हमें सामान्य व्यवहार में हिंदी को स्वीकार करना होगा। उन्होंने कहा कि भाषा केवल संवाद का ही माध्यम नहीं बल्कि संस्कृति की संवाहक भी है। देश संस्कृतियों से ही समृद्ध होते हैं।

वक्ता के रूप में उपस्थित भारतीय भाषा अभियान पूर्वी भारत के संयोजक और उच्चतम न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता  कामेश्वर नाथ मिश्र ने भी हिंदी के अधिक से अधिक प्रयोग पर बल दिया तथा अधिवक्ताओं से अपील की है कि महीने में एक  मुकदमा हिंदी में उच्च न्यायालय में जरूर   दाखिल करें। उन्होंने सभी से हिंदी में सरकारी और गैर सरकारी कामकाज किये जाने की अपील की। भारतीय भाषा अभियान उत्तर प्रदेश के संयोजक एवम वरिष्ठ अधिवक्ता  राघवेन्द्र शुक्ल  ने कहा कि भारतीय भाषा हिंदी को लेकर लोगों को जागरूक करने की आवश्यकता है। हिंदी में अधिक से अधिक कार्य किया जाना चाहिए। वरिष्ठ अधिवक्ता अशोक मेहता  ने अतिथियों का स्वागत व परिचय कराया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे हाईकोर्ट बार एसोशियशन के अध्यक्ष राकेश पाण्डेय  ने हिंदी के प्रचार प्रसार पर बल दिया। गोष्ठी का शुभारंभ मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यर्पण और दीप जलाकर किया गया। माननीय न्यायमूर्तियों का स्वागत भारतीय भाषा अभियान पूर्वी भारत इलाहाबाद उच्च न्यायालय इकाई के संयोजक  अखिलेश कुमार मिश्र ने गुलदस्ता भेंटकर किया।

धन्यवाद ज्ञापन अधिवक्ता आत्र्ये दत्त पांडेय  और संचालन अधिवक्ता देवेन्द्र मणि त्रिपाठी  ने किया। कार्यक्रम में सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता एवं संयोजक भारतीय भाषा अभियान के अधिवक्ता बी एन सिंह, हाईकोर्ट बार के महासचिव  जे बी सिंह जी, दयाशंकर मिश्र , वरिष्ठ अधिवक्ता और भारतीय भाषा अभियान उत्तर प्रदेश के संयोजक  राघवेन्द्र शुक्ल , भारतीय भाषा अभियान के संयोजक एवम उच्च न्यायालय के अधिवक्ता  अखिलेश कुमार मिश्र , महिला प्रमुख साधना सिंह ,सह संयोजक हरबंश सिंह,  डॉक्टर डी के तिवारी, गौरव तिवारी, अधिवक्ता एवम मीडिया प्रभारी मनीष द्विवेदी आदि मौजूद रहे।