नगर आयुक्त के औचक निरीक्षण में किसी को फटकार लगी तो किसी को मिली चेतावनी







# हर ओर गन्दगी का अंबार देख बिफरे नगर आयुक्त, क्षेत्रीय सफाई निरीक्षक को डांट पिलाई

 

# पानी के अभाव में सूख रहे पौधे देख उद्यान प्रभारी को दिए कई व्यवहारिक निर्देश

 

गाजियाबाद। नगर आयुक्त दिनेश चन्द्र ने शहर के विभिन्न क्षेत्रों का औचक निरीक्षण किया और साफ-सफाई सहित पौधों के रखरखाव एवं अन्य कार्यों का जायजा लिया।इस दौरान कार्यगत लापरवाहियों के मद्देनजर उन्होंने किसी को फटकार लगाई तो किसी को महज चेतावनी देकर छोड़ दिया। निरीक्षण के समय तीनों अपर नगर आयुक्त राज नारायण पांडे, प्रमोद कुमार और, शिवपूजन यादव के अलावा प्र.नगर स्वास्थ्य अधिकारी, मुख्य अभियन्ता, सह प्रभारी उद्यान, अधिशासी अभियन्ता(वि./या.) मौजूद थे। 

 

सर्वप्रथम नगर आयुक्त ने सिटी जोन एवं मोहननगर जोन के विभिन्न स्थलों का निरीक्षण किया, जिनमें नवयुग मार्किट, ठाकुर द्वारा मार्ग, नया बस अड्डा, मेरठ तिराहा, राजनगर एक्सटेशन से मोहननगर स्थित नागफनी द्वार, अर्थला रोड, करहैडा रोड, हिण्डन एयरफोर्स चौराहा, सिकन्दरपुर आदि प्रमुख हैं। निरीक्षण के समय उक्त मार्गों की साफ-सफाई अत्यन्त खराब पायी गयी। जिसके लिये नगर आयुक्त ने क्षेत्रीय सफाई निरीक्षकों को फटकार लगाते हुए निर्देशित किया कि तत्काल उक्त क्षेत्रों की समुचित साफ-सफाई करा दी जाये। 

 

नगर आयुक्त ने निरीक्षण में यह भी पाया कि सिकन्दरपुर मोड़ से सिविल टर्मिलन मार्ग पर नगर निगम द्वारा लगवाये गये पाम के पेड़ गर्मी के कारण सूख रहे हैं, जिसको देख नगर आयुक्त ने मौके पर ही अपर नगर आयुक्त/प्रभारी उद्यान को निर्देशित किया कि पेड़ों के चारों ओर मेड़ बनवाकर समय से खाद-पानी लगाने की व्यवस्था की जाये। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि पाम के पेड़ों के बीच-बीच में वोगनवेलियॉ के पौधे भी लगवाये जाएं, जिससे इस क्षेत्र की सुन्दरता और अधिक बढ़ जाये। 

 

नगर आयुक्त जब सिकन्दरपुर से मोहननगर चौराहे की ओर लौट रहे थे, तब आते समय उन्होंने देखा कि हिण्डन एयरफोर्स स्टेशन की दीवार के किनारे ग्रीन बैल्ट में कुछ व्यक्तियों के द्वारा खुले में अवैध रूप से निर्माण सामग्री, यथा- रोड़ी, बदरपुर, रेत आदि का विक्रय कार्य किया जा रहा था। इस पर अपर नगर आयुक्त और सम्पत्ति प्रभारी  आर एन पाण्डेय को निर्देशित किया कि उक्त ग्रीन बैल्ट क्षेत्र में कितनी भूमि नगर निगम की है तथा सम्बन्धित व्यक्तियों द्वारा कितनी भूमि पर अवैध अतिक्रमण कर निर्माण सामग्री का विक्रय किया जा रहा है, के सम्बन्ध में स्थलीय निरीक्षण कर अपनी तथ्यात्मक आख्या अविलम्ब नगर आयुक्त के समक्ष प्रस्तुत करें ताकि  राष्ट्रीय हरित अधिकरण के आदेशों का अनुपालन सुनिश्चित कराया जा सके। 

 

इसी क्रम में उन्होंने साईं उपवन का भी निरीक्षण किया।इस दौरान उन्होंने पाया कि उक्त उपवन में पेड़ों से टूट कर पत्ते जमीन पर बिखरे पडे़ हुये थे, जिससे उपवन की सुन्दरता बाधित थी, जिसको देखकर सह प्रभारी उद्यान को कड़ी फटकार लगाते हुए नगर आयुक्त ने निर्देशित किया कि केन्द्र सरकार के ठोस अपशिष्ट प्रबन्धन नियमावली-2016 के अनुपालन में आज ही उपवन से समस्त पत्तों को लोहे के जाल में एकत्रित कर उसकी एरोबिक कम्पोस्टिंग तैयार करायी जाये, ताकि एक ओर उपवन की साफ-सफाई हो और सूखे पत्तों से कम्पोस्ट भी तैयार हो जाये। इस बात का भी विशेष ध्यान रखा जाये कि एकत्रित सूखे पत्तों को किसी के द्वारा न जलाया जाये। 

 

नगर आयुक्त ने साईं उपवन स्थित मन्दिरों से फूलों व उनकी पत्तियों व सब्जी मण्डी से एकत्रित किये गये अवशेष से कम्पोस्ट बनाये जाने वाले स्थल का भी निरीक्षण किया। निरीक्षण के समय उन्होंने पाया कि कम्पोस्ट बनाने वाली मशीन बन्द पड़ी थी। अधिशासी अभियन्ता (वि./या.) द्वारा नगर आयुक्त को अवगत कराया गया कि मशीन को चलाने हेतु विद्युत विभाग से समन्वय स्थापित कर विद्युत संयोजन की कार्यवाही की जा रही है। मशीन के बन्द पाये जाने पर रोष व्यक्त करते हुए अधिशासी अभियन्ता (वि./या.) एवं नगर स्वास्थ्य अधिकारी को कड़ी फटकार लगाते हुए निर्देशित किया  कि सम्बन्धित मशीन को 2 दिवस के अन्दर चालू/संचालित कराकर मन्दिरों आदि से लाये गये फूलों व सब्जी मण्डी से लाये गये अवशेषों से कम्पोस्ट तैयार कराना सुनिश्चित करें।