1984 के दंगा पीड़ित परिवारों को बेघर कर रहे हैं केजरीवाल-मनोज तिवारी
नई दिल्ली। मंगोलपुरी स्थित पंजाबी कैंप में रहने वाले 1984 के सिख दंगा पीड़ित 250 परिवारों को उजाड़ने को दुखद बताते हुये दिल्ली भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी ने कहा कि केजरीवाल सरकार बिना आश्रय दिये लाचार और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के इन परिवारों को उजाड़कर अपनी सिख विरोधी मानसिकता को जाहिर कर रही है। दिल्ली के यह वही सिख हैं जिन्होंने आम आदमी पार्टी को प्रचण्ड बहुमत दिया था और आम आदमी पार्टी ने भी 1984 दंगा पीड़ित सिख परिवारों के पुनर्वास, शिक्षा, रोजगार देने का वादा अपने घोषणा पत्र में किया था। लेकिन सत्ता में आने के बाद केजरीवाल पीड़ितों के जखमों पर मरहम लगाने की बजाये उल्टे उन परिवारों को बेघर करने पर तुले हैं।

 

श्री तिवारी ने कहा कि केजरीवाल ने जो भी चुनावी वादे दिल्ली की जनता से किये उनमें से एक भी वायदे को पूरा नहीं किया। आज भी यह सिख परिवार मुफलसी में गुजर-बसर कर रहे है। इन परिवारों में रह रहे बच्चों की शिक्षा के लिए न दिल्ली सरकार ने कुछ किया और न ही युवाओं को रोजगार देने के लिए कोई उचित कदम उठाया। इन सिख परिवारों का कहना है कि आज तक कैंप की स्थिती को बेहतर करने के लिए केवल केजरीवाल सरकार ने बैठके बुलाई लेकिन काम नहीं हुआ और इन बैठकों में भी स्थानीय विधायक राखी बिड़ला नदारद रही। यह मजबूर सिख परिवार केजरीवाल सरकार के सामने अपना दर्द कहने के लिए भी गये लेकिन मुख्यमंत्री इनके लिए किसी भी तरह की मदद करना नहीं चाहते है।

 

श्री तिवारी ने कहा कि आखिर क्यों केजरीवाल सरकार लोकसभा चुनाव के बाद इन सिख परिवारों को हटाना चाहती है। क्यों सरकार इन लोगों के अवस्था को देखते हुये भी इनके पुनर्वास का कोई इंतजाम  नहीं कर रही है। क्या केजरीवाल को नहीं पता है कि दिल्ली में इस समय भयंकर गर्मी का समय चल रहा है और पारा दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। यदि ऐसी अवस्था में इन परिवारों को बेघर किया गया तो यह लोग सड़को पर आ जायेगें और इन सबके जिम्मेदार केवल दिल्ली के मुख्यमंत्री होगें। अचानक इन परिवारों को बेघर करने से स्पष्ट होता है कि केजरीवाल लोकसभा चुनाव में अपनी हार से इतना बौखला गये है कि वह इसका बदला मंगोलपुरी स्थित पंजाबी कैंप में रहने वालें परिवारों से लेना चाहते है।

 

श्री तिवारी ने कहा कि बदले कि राजनीति करना आम आदमी पार्टी के संस्कार है और पहले भी कई बार खुले मंच से केजरीवाल लोगों को डराते आये है कि भाजपा को वोट मत देना नहीं तो आपकी झुग्गी झोपड़ी तोड़ दी जायेगी। केजरीवाल ने हमेशा सत्ता में बने रहने के लिए  धर्म जाति पर आधारित तुष्टिकरण की राजनीति की है। आम आदमी पार्टी व्यक्तिगत राजनीतिक स्वार्थ पूर्ति के लिए काम करती है और भाजपा इसके उलट राष्ट्रवादी विचारधारा से समाहित सबका साथ सबका विकास और सबका विश्वास जितने के लिए काम करती है। दिल्ली भाजपा 1984 सिख दंगा पीड़ित इन परिवारों के साथ हर कदम पर खड़ी है और हम इनके साथ अन्याय नहीं होने देंगे।