दिल्ली कमेटी ने पारदर्शिता के लिए सिख संगत को प्रबंधन में भागीदार बनाया

                संगत की समूलीयत से गठित होेंगी अलग अलग कौंसिलें


नई दिल्ली। दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान मनजिन्दर सिंह सिरसा ने बताया कि दिल्ली कमेटी के प्रबंधों को पारदर्शित तरीके से चलाने के लिए संगत को प्रबंधों में भागीदार बनाने का फैसला लिया गया है। उन्होंने बताया कि आज यहां गुरु गोबिन्द सिंह भवन में दिल्ली की प्रमुख सिख व्यक्तियों के साथ एक मीटिंग करके यह फैसला लिया गया कि कमेटी द्वारा चलाये जारे सभी संस्थानों में  सिख संगत की समूलीयत की जायेगी।


श्री सिरसा ने बताया कि सभी सेवाओं को सुचारू तरीके से चलाने के लिए और पारदर्शता लाने के लिए अलग अलग कौंसिल बनाई जायेगी जैसे वित्त कमेटी, शिक्षा कौंसिल, मैडिकल कौंसिल, धर्मप्रचार कमेटी आदि का गठन किया जायेगा और इसमें कमेटी और संगत दोनों के मैंबर शामिल किये जायेंगे  लेकिन संगत के हाथ में ज्यादा शक्ति दी जायेगी। 


पत्रकारों से बातचीत करते हुए सिरसा ने बताया कि हम किसी की आलोचना नहीं करना चाहते और न ही यह चाहते है कि हमारे उपर झूठे इल्जाम लगाये जायें। उन्होंने बताया कि गुरुद्वारों की गोलकें कमेटी द्वारा नहीं खोली जाती बल्कि सीधा बैंक ही गोलक खोलता है। श्री सिरसा ने कहा कि हमने गुरुद्वारा कमेटी की सेवादारी पैसा कमाने के लिए नहीं ली है बल्कि मैं तो यह चाहता हूं कि कुछ ऐसा करके जाये जिससे आने वाले समय में गुरुद्वारा प्रबंधों की सेवा सही चले और सारे अदारे चढ़दीकला में  रहे। 


दिल्ली कमेटी प्रधान ने बताया कि आज की मीटिंग में सभी शख्सीयतों ने बहुमुल्य सुझाव दिये और जो सबसे बढ़िया फैसला लिया गया वो यह था कि संगत की समूलीयत से कौंसिल बनाई जाये। उन्होंने कहा कि यह फैसला 15 दिन के अंदर आम इजलास ला कर ले लिया जायेगा। 


दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के जरनल सेक्रेट्री स. हरमीत सिंह कालका ने बताया कि मीटिंग में  जिन शख्सीयतों ने भाग लिया उन्होंने अलग अलग क्षेत्रों में  अच्छा नाम कमाया है और इनका किसी भी सियासी पार्टी से कोई लेना देना नहीं है। मीटिंग में  एम.एस. कोहली, इकबाल सिंह आनन्द, त्रिलोचन सिंह पूर्व सांसद, डा. जसपाल सिंह पूर्व चांसलर पंजाबी यूनिवर्सिटी,विक्रम सिंह साहनी, लेफ्टिीनेंट जनरल  भूल्लर,  अवतार सिंह हित, बिशन सिंह बेदी, डा वरियाम सिंह, राजबीर सिंह,  रूपिन्दर सिंह सूरी, कुलवंत सिंह बाठ, बीबी रणजीत कौर आदि शख्सीयतों ने भाग लिया।