कांग्रेस में अभी नाखून कटाकर शहीद होने वालों की होड़-मोदी

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज बिहार में पालीगंज (पटना) और झारखंड के देवघर में आयोजित विशाल जन-सभाओं को संबोधित किया और विकास को बाधित करने की साजिश से लेकर भ्रष्टाचार और आतंकवाद तक के मुद्दे पर कांग्रेस की महामिलावटी गैंग पर जम कर हमला किया।


श्री मोदी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी तैयारी कर रही है कि हार के बाद उसका ठीकरा पार्टी में किसके सिर फोड़ें? अब कांग्रेस ये तो कह नहीं सकती कि नामदार की वजह से हारी क्योंकि ये तो उनके वंशवाद के उसूलों के खिलाफ होगा। इसलिए पांचवे चरण के बाद ही नामदार परिवार के दो सबसे करीबी दरबारियों ने नामदार को बचाने के लिए अपनी तरफ से बैटिंग शुरू कर दी है, वरना इनकी हिम्मत नहीं है कि बिना कप्तान से पूछे, मैच खेलने मैदान में उतर जाएं। उन्होंने कहा कि एक बल्लेबाज तो नामदार के गुरु हैं जिन्हें मैदान में उतारा गया है। इन्होंने सिखों की भावनाओं का मजाक उड़ाते हुए कहा कि 84 का सिख दंगा हुआ तो हुआ! ये जानते हुए भी कि सिख भाई-बहनों के पुराने जख्म हरे होंगे, नामदार ने अपने गुरु से ये बयान दिलवाया। दूसरे बल्लेबाज, गुजरात चुनाव के दौरान हिट विकेट होने के बाद से ही मैदान से बाहर थे। मुझे गाली देने के बाद से छिपे हुए थे। वो भी अब मैदान में पहुंच गए हैं और जमकर मुझे गालियां दे रहे हैं। कांग्रेस में इस समय बड़ी-बड़ी बैठकें चल रही हैं, व्यूह रचना की जा रही है कि कैसे नामदार को बचाया जाए, कुछ भी करके कांग्रेस अपने नामदार पर हार की जिम्मेदारी नहीं आने देना चाहती। इसलिए कांग्रेस में अभी नाखून कटाकर शहीद होने वालों की होड़ मची हुई है।


प्रधानमंत्री ने कहा कि महामिलावटी घोर नकारात्मकता के साथ चुनाव लड़ रहे हैं। इनके पास दो ही मुद्दे हैं- मोदी की छवि को खराब करो और मोदी को हटाओ लेकिन इन महामिलावटी लोगों को ऐहसास नहीं है कि मोदी आज यहां पर 130 करोड़ भारतीयों के आशीर्वाद से है। मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री के रूप में मेरा करीब 2 दशक का काम रहा है। जनता-जनार्दन तो ईश्वर का रूप है। इन पदों को मैंने जनता द्वारा दिया प्रसाद माना है। इस प्रसाद को शीश झुकाकर स्वीकार किया है। हमने पाँच साल एक ईमानदार, एक पारदर्शी सरकार चलाकर दिखाई है। घोटाले का एक भी दाग इस सरकार पर नहीं है।


श्री मोदी ने कहा कि कांग्रेस का नामदार परिवार हो या फिर बिहार का भ्रष्ट परिवार, इनकी संपत्ति आज सैकड़ों-हजारों करोड़ों रुपए में है। आखिर ये पैसे कहां से आए? अगर गरीब की जरा सी भी परवाह होती, अगर देश की जरा सी भी परवाह होती, तो भ्रष्टाचार करने से पहले इनके हाथ कांपते। उन्होंने कहा कि बिहार ने जिन पर दशकों तक भरोसा किया, उन्होंने बिहार को बदनामी के सिवाय क्या दिया? इन लोगों ने आप लोगों से विश्वासघात किया है। जिस जाति के नाम पर इन लोगों ने राजनीति की, उस जाति से इन्हें पार्टी चलाने के लिए कोई योग्य व्यक्ति नहीं मिला। क्या इतनी बड़ी पार्टी में, पार्टी को संभालने की योग्यता और किसी में नहीं है। जिस जाति और समाज ने आँख बंद करके इनके परिवार को अरबों-खरबों का मालिक बनाया, गाड़ी-बंगला-पद-प्रतिष्ठा सब कुछ दिया, उसके साथ भी इन लोगों ने धोखा ही किया। इन्होंने देश को कुछ नहीं दिया, बिहार को कुछ नहीं दिया, अपनी जाति को भी कुछ नहीं दिया। इतना ही नहीं, अपनी जाति के दूसरे लोगों पर दबदबा बनाए रखने के लिए, जाति में जो अच्छे होनहार नौजवान थे, उन्हें भी दबंगई के रास्ते पर चढ़ा दिया। नौजवानों को जाति के नाम पर भ्रमित करके, उनके कंधे पर बंदूक रखकर, इन्होंने अपने ही समाज और जाति को बंधक बना लिया।


प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारे लिए देश के हर वर्ग, हर समुदाय, हर क्षेत्र का विकास जरूरी है। हम सबका साथ-सबका विकास के मंत्र को लेकर आगे बढ़ रहे हैं। यही कारण है कि आजादी के इतिहास में पहली बार सामान्य वर्ग के गरीब युवाओं को भी 10% का आरक्षण मिल पाया है। इतना ही नहीं ओबीसी आयोग को महामिलावट वालों के तमाम अवरोध के बावजूद संवैधानिक दर्जा देने का काम भी एनडीए सरकार ने किया है। एनडीए सरकारों की यही निष्ठा और यही ईमानदारी है जिसके कारण 21वीं सदी का युवा आश्वस्त है। बिहार हमेशा से शिक्षा औऱ प्रतिभा की भूमि रही है। यहां से निकले IAS-IPS और सिविल सेवा के अन्य अफसर देश को आगे बढ़ाने में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। उन्होंने कहा कि बिहार के गांव-गांव की उम्मीदों को, सपनों को नई ऊँचाई देने के लिए, गरीब से गरीब तक टेक्नोलॉजी को हम कैसे पहुंचा रहे हैं, इसका उदाहरण है डिजिटल इंडिया अभियान।


श्री मोदी ने कहा कि हमने 2022 तक किसान की आय दोगुनी करने का संकल्प लिया है, अन्नदाता को सौर ऊर्जा दाता बनाने का काम हाथ में लिया है। इसके लिए बीज से बाज़ार तक नई व्यवस्थाएं खड़ी की जा रही हैं। खेती से जुड़े छोटे खर्चों के लिए हमने पीएम किसान योजना के तहत सीधे किसानों के बैंक खाते में पैसे जमा करने शुरु कर दिए हैं। इसी तरह जो हमारे पशुपालक साथी हैं, उनके लिए पहली बार किसान क्रेडिट कार्ड के माध्यम से ऋण की व्यवस्था हमने की है।


प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारी प्रेरणा मक्खन खाने वाले बाल गोपाल हैं। हमारी प्रेरणा बांसुरी बजाने वाले कन्हैया हैं। तो हमारी प्रेरणा सुदर्शनचक्र चलाने वाले भगवान कृष्ण भी हैं। जब-जब जरूरत पड़ेगी भारत, आतंकियों को कुचलने के लिए सुदर्शनचक्र धारी कृष्ण का रूप लेकर भी कार्रवाई करेगा।


श्री मोदी ने कहा कि कांग्रेस हो या झारखंड मुक्ति मोर्चा, इन महामिलावटी लोगों के पास सिवाय झूठ के, प्रपंच के, ठगी के, कोई सोच नहीं है। इनकी पूरी राजनीति अफवाहों पर आधारित है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने इतने वर्षों तक देश में शासन किया, लेकिन उसने हमेशा आदिवासी समुदाय को सिर्फ एक वोटबैंक के रूप में इस्तेमाल किया है। जबकि श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी ने आदिवासी हितों को ध्यान में रखते हुए झारखंड राज्य ही नहीं बनाया बल्कि जनजातीय मंत्रालय भी उन्हीं की सरकार की देन थी।


प्रधानमंत्री ने कहा कि वन-धन और जन-धन योजना के माध्यम से वन उपज का ज्यादा से ज्यादा लाभ आदिवासियों को मिले, उन्हे बिचौलियो से मुक्ति मिले, हम ये सुनिश्चित करने का प्रयास कर रहे है हमने वन उपज पर MSP का दायरा भी बढाया है। पहले 10 वन उपजों पर ही MSP मिला करता था, अब इसकी संख्या बढ़ाकर 50 कर दी गई है।


श्री मोदी ने कहा कि एक तरफ हम झारखंड के विकास के लिए समर्पित हैं, वहीं दूसरी तरफ झारखंड मुक्ति मोर्चा और कांग्रेस के लोग घुसपैठियों के साथ खड़े हैं लेकिन भाजपा का स्पष्ट मत है कि हम देश में एक-एक घुसपैठिए की पहचान करेंगे। ये हमारे संसाधनों के साथ-साथ हमारी सुरक्षा के लिए भी बहुत बड़ा खतरा हैं। आतंकवाद ऐसी चुनौती है जिसका बहुत कड़ाई से मुकाबला किया जाना जरूरी है लेकिन कांग्रेस और उसके साथियों की नीतियां ऐसी रही हैं कि वो आतंकवाद और नक्सलवाद को कुचल नहीं सकतीं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अब देशद्रोह का कानून भी खत्म करना चाहती है। यानि पत्थरबाज़ों, आतंकियों और उनके समर्थकों, नक्सलियों और उन्हें खाद पानी देने वालों को कांग्रेस खुली छूट देना चाहती है। भाजपा इन्हें ऐसा करने नहीं देगी। हम नई रीति, नई नीति पर चल रहे हैं। हमारी सरकार के दौरान देश के वीर सपूतों ने आतंकियों को घर में घुसकर मारा है और दुनिया को संदेश दिया है कि हम अपनी आत्मरक्षा के लिए कोई भी कदम उठा सकते हैं।