केजरीवाल दिल्ली जल बोर्ड को लेकर गैर-जिम्मेदार हैं - जय प्रकाश

नई दिल्ली।  दिल्ली प्रदेश उपाध्यक्ष व जल बोर्ड के सदस्य  जयप्रकाश ने बताया कि  केजरीवाल दिल्ली जल बोर्ड के अध्यक्ष है और उनके पास एक ही विभाग है जिसे लेकर भी वो गैर-जिम्मेदार है। दिल्ली के लोगों के हितों की परवाह मुख्यमंत्री को बिल्कुल भी नहीं है। दिल्ली में मई दृजून की तपती गर्मी में होने वाली पानी की समस्याओं के निवारण के लिए दिल्ली सरकार हर बार समर एक्शन प्लान बनाती है जिसे लेकर 27 मई को बैठक होनी थी जिसमें मुख्यमंत्री ने जल बोर्ड के सदस्यों की बातों पर ध्यान न देकर बैठक को स्थगित कर दिया। आज की बैठक में हमने मुद्दा उठाया कि दिल्ली में प्रतिदिन 1140 एमजीडी पानी की जरूरत होती है जिसमें से दिल्ली सरकार अभी रोजाना दिल्ली में 900 एमजीडी पानी की सप्लाई ही कर पाती है। 240 एमजीडी पानी की किल्लत दिल्ली के लोग रोजाना झेल रहे है और अब दिन-प्रतिदिन पारा चढ़ता जा रहा है जिसके कारण दिल्ली में पानी की खपत और बढ़ जायेगी।

श्री जयप्रकाश ने कहा कि आज की बैठक में हमने दिल्ली सरकार के समर ऐक्शन प्लान को लेकर बात करनी थी जिस पर टाल मटौल करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली के लोग के लिए पानी बहुत है। दिल्ली में रोजाना 240 एमजीडी की किल्लत है और दिल्ली सरकार उसकी पूर्ति नहीं कर पाने में पूरी तरह से फेल है। सदस्यों की आपत्ति थी कि कुछ ही दिनों के बाद दिल्ली में मानसुन आने के बाद बारिश के पानी को एकत्र कर उसको इस्तेमाल में लेने के लिए दिल्ली सरकार की क्या योजना है लेकिन उसका भी सरकार ने कोई जवाब नहीं दिया। 

श्री जयप्रकाश ने बताया कि दिल्ली जल बोर्ड में तीन बड़े भ्रष्टाचार के बारें में उन्होनें दिल्ली के मुख्यमंत्री को अवगत कराया लेकिन केजरीवाल कुछ भी सुनने को तैयार नहीं है। दिल्ली जल बोर्ड ऐसी कम्पनीयों को करोड़ो रूपयों का टेंडर दे रही है जिसमें कई कम्पनीयां सराकर द्वारा ब्लैकलिस्ट की जा चुकी है। यह सारा प्रकरण दिल्ली जल बोर्ड में होने वाले बड़े घोटाले की ओर इशारा कर रही है लेकिन दिल्ली के मुख्यमंत्री सुनने को तैयार नहीं है।