प्रियंका भावुक भाषणों के साथ इंदिरा गांधी व राजीव के गुनाहों को छूपा नहीं सकती : सिरसा
नई दिल्ली। दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान व शिरोमणी अकाली दल के प्रवक्ता मनजिन्दर सिंह सिरसा ने कहा है कि प्रियंका गांधी पंजाब में भावुक भाषण देकर अपनी दादी इंदिरा गांधी व पिता राजीव गांधी द्वारा किये गये गुनाहों को छुपा नहीं सकती।

 

श्री सिरसा ने कहा कि इंदिरा गांधी ने श्री अकाल तख्त साहिब पर हमला करवा कर और अनेकों गुरुद्वारों को गिरा कर जो गुनाह किया है उसको सिख कभी भी नहीं भूल सकते और न ही सिख समाज गांधी परिवार को कभी माफ कर सकता है।

 

उन्होंने आगे कहा कि अपने आप को पंजाबियों की बहु बताने वाली प्रियंका पंजाब के लोगों को इमोशनल बलैक मेल नहीं कर सकती क्योंकि सिख 1984 के कत्लेआम को कैसे भुला सकते जो प्रियंका के पिता राजीव गांधी ने करवाया था जिसमें हजारों बेगुनाह सिखों को बेरहमी के साथ गलों में टायर डाल के जिन्दा जला दिया गया था। इसलिए प्रियंका गांधी को यह बात समझ लेनी चाहिये कि सिखों के जख्म अभी भी ज्यों के त्यों हैं। अगर वह जख्मों के उपर सच में ही मरहम लगाना चाहती है तो पहले जगदीश टाईटलर और कमलनाथ को पार्टी से बाहर निकालें और उनके उपर 1984 के सिख कत्लेआम के दोषों के तहत कार्यवाही करवाएं नही तो मुखौटे डालकर इस तरह बोले सोनिहाल के जयकारे लगाकर वह लोगों को मूर्ख नहीं बना सकती। 

 

दिल्ली कमेटी प्रधान ने कहा कि दूसरी तरफ कैप्टन अमरिन्दर सिंह की तरफ से पंजाब के लोगों का ध्यान अपने वायदे जो एक भी पूरा नहीं हुआ से हटाने के लिए वह श्री गुरु ग्रन्थ साहिब की बेअदबी को सियासी लाभ के लिए इस्तेमाल कर रहे है। उन्होंने कहा कि अब लोग उनकी नीयत को समझ चुके है और उनसे गुमराह नहीं होने वाले।

श्री सिरसा ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर कैप्टन अमरिन्दर सिंह के पास बेअदबी मामले में अकाली नेताओं के खिलाफ कोई सबूत है तो पेश करें नही तो लोगों को इस तरह गुमराह न करे और गुरू साहिब की बेअदबी पर राजनीति न करें। 

 

अकाली नेता ने कहा है कि कैप्टन अमरिन्दर सिंह को अब यह समझ जाना चाहिये कि पंजाब के लोग अब उनकी किसी चाल में नहीं फसने वाले चाहे वो प्रियंका से भावुक भाषण दिलवाये चाहे अकालियों पर झूठे इल्जाम लगाये।