इसके बाद, सिविल टर्मिनल मार्ग के निरीक्षण के समय नगर आयुक्त ने पाया कि सड़क के दोनों तरफ ग्रीन बैल्ट में एवं ग्रुपिंग में लगे फाईकस रेटूशा टपोरी, बोतल ब्रुश टपोरी, हमेलिया, चांदनी, खजूर पाम, केलेन्ड्रा, मूरईया, पान्डा, कनेर व गुडहल आदि पेड़-पौधे का उचित रख-रखाव न होने के कारण लगभग 30-40 प्रतिशत पेड़-पौधे सूख गये हैं। इस पर नगर आयुक्त ने मुख्य अभियन्ता एवं अधिशासी अभियन्ता सिविल को कड़े निर्देश दिये कि तत्काल सम्बन्धित फर्म व ठेकेदार को नोटिस निर्गत कर एक सप्ताह के भीतर पेड़-पौधों को बदलवाना सुनिश्चित करें। उन्होंने साफ कहा कि यदि फर्म या ठेकेदार द्वारा कार्य में लापरवाही या शिथिलता बरती जाती है तो सम्बन्धित से नगर निगम को हुई क्षतिपूर्ति की वसूली की जाये। अन्यथा की दशा में मुख्य अभियन्ता, अधिशासी अभियन्ता सिविल, क्षेत्रीय अवर अभियन्ता सिविल के वेतन से आंगणन के अनुसार उपरोक्त सभी सम्बन्धित के वेतन से कटौती की जाये।
नगर आयुक्त ने निरीक्षण के समय पाया कि पसौंडा के सामने नाले के किनारे सिल्ट बहुत अधिक मात्रा में पड़ी हुई थी, जिसे देखने से ऐसा प्रतीत हो रहा था कि काफी समय से उक्त सिल्ट को उठाया नहीं गया था। इसपर नगर आयुक्त ने क्षेत्रीय सफाई नायक को भविष्य के लिये सचेत करते हुए मौके पर ही निर्देशित किया कि आज ही उक्त सिल्ट उठान कराकर समुचित साफ-सफाई करा ली जाये। उन्होंने जोनल सेनेट्री आफिसर व क्षेत्रीय सफाई निरीक्षक को दूरभाष के माध्यम से निर्देशित किया कि भविष्य में इस बात का भी ध्यान रखा जाये कि नालों से निकाली गयी सिल्ट का उठान समय से करा लिया जाये, अन्यथा की दशा में सम्बन्धित के विरूद्ध विभागीय कार्यवाही अमल में लायी जायेगी।
फिर, करहैड़ा क्षेत्र के निरीक्षण के समय सफाई कर्मचारियों द्वारा साफ-सफाई तथा कूड़े का उठान किया जा रहा था। जबकि मोहननगर चौराहे से लोनी रोड के दोनों तरफ फूटपाथ पर नगर निगम द्वारा जो पत्थर की जाली लगायी गयी थी, उसे अज्ञात व्यक्तियों द्वारा जगह-जगह पर तोड़ दिया गया है। इस पर नगर आयुक्त द्वारा मुख्य अभियन्ता को निर्देशित किया गया कि उक्त कृत के सापेक्ष तत्काल सम्बन्धित थाने में अज्ञात व्यक्तियों के विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज कराकर पुनः पत्थर की जाली लगवाकर अवगत कराया जाये।
नगर आयुक्त द्वारा निरीक्षण के समय उपस्थित सभी सम्बन्धित को निर्देशित किया कि उक्त क्षेत्रों का पुनः निरीक्षण किया जायेगा। और तब यदि खामियां पायी जाती हैं तो सम्बन्धित के विरूद्ध कठोर कार्यवाही की जायेगी।