जीडीए के अधिकारी के बेटे ने बढ़ाया गाजियाबाद का मान, सेना में बना लैफ्टिनेंट
गाजियाबाद। उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद निवासी प्रदीप शर्मा के परिवार की पहली पीढ़ी देश की सेना में अपना अहम योगदान देगी। उनकी पहली संतान और मिलिट्री अफसर नमन शर्मा की कामयाबी से पूरा परिवार गदगद है। पिता प्रदीप शर्मा और परिवार के अन्य सदस्यों के चेहरे की खुशी इस बात का इस्तकबाल कर रही है। 

 

बता दें कि नमन शर्मा के दादा  केएम शर्मा भी बुलंदशहर डीएम के ओएसडी  (प्रसाशन) में रहे थे। जबकि नमन शर्मा के पिता गाजियाबाद स्थित जीडीए में एई के पद पर तैनात हैं। प्रदीप शर्मा बताते हैं कि नमन ने बचपन में देश भक्ति फिल्मे देखने का शौक था। उसने बॉर्डर फिल्म भी देखी थी। उसके बाद से ही उसने तय कर लिया था कि वह फौज में जाएगा।

 

नमन शर्मा बताते हैं कि दादा और माता पिता मेरे आदर्श रहे हैं। इनके साथ गांव और रिश्तेदारी में अन्य फौजी मेरे आदर्श रहे। घर-परिवार का माहौल भी मुझे सेना में जाने के लिए काफी मदद देता रहा। दादा ने बचपन से अनुशासन में रहना सिखाया था। वहीं, पिता ने जवान के कर्तव्यों के बारे में बताया। आज उनका सपना पूरा हो गया है। अब उनका अगला लक्ष्य जिम्मेदारी से देश की सेवा करना है। उन्होंने युवाओं से देशसेवा के लिए सेना में आने की अपील की। 

 

आईएमए देहरादून में पासिंग आउट परेड के बाद गाजियाबाद के नमन शर्मा को उनके माता पिता,परिजनों ने कंधों पर सितारे लगाकर देश सेवा के लिए राष्ट्र को समर्पित किया। आपको बता दें कि गाजियाबाद  के नमन शर्मा के पिता प्रदीप शर्मा विकास प्रधिकरण में एई के पद पर तैनात हैं। जबकि, माता दीपा शर्मा गृहिणी हैं। उधर, नमन के पिता प्रदीप शर्मा, माता दीपा शर्मा ने अपने सपूत के कंधों पर सितारे लगाए। इस दौरान नमन शर्मा के माता-पिता का सीना फख्र से चौड़ा हो गया। नमन को इंजीनियरिंग आर्टलरी मिली है, जिसमें उनकी पहली तैनाती जयपुर में हुई है।

 

बेटे की इस कामयाबी पर न केवल परिवार, बल्कि समूचा गाजियाबाद गौरवान्वित महसूस कर रहा है। इस मौके पर नमन के गृह क्षेत्र में खुशी का माहौल था। नमन के पिता को फोन पर भी बधाई देने के सिलसिला जारी रहा।