केजरीवाल पैराएथलीट के साथ कर रहे हैं अन्याय - मनोज तिवारी

   नई दिल्ली।  एशियन गेम्स में राष्ट्रीय व अंतराष्ट्रीय स्तर पर देश के लिए मेडल जिताकर देश का मान बढ़ाने वाले पैरा एथलिट का एक समूह आज भारतीय जनता पार्टी दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष  मनोज तिवारी से उनके आवास पर मिला और उनको केजरीवाल सरकार द्वारा की जा रही अनदेखी के बारे में विस्तार से बताते हुये एक खिलाड़ी के रूप में उन्हें दिल्ली सरकार से जो सहायता मिलनी चाहिए थी वो न मिलने पर अपना खेद जताया। पैरा एथलिटों ने बताया कि देश के सभी राज्य खिलाड़ियों को बढ़ावा देने के लिए कुछ न कुछ वित्तीय सहायता जरूर देते है लेकिन केजरीवाल सरकार ने उनसे वादा कर उनके साथ धोखा किया है। इस अवसर पर प्रदेश मीडिया सह-प्रभारी  नीलकांत बक्शी और प्रदेश प्रवक्ता  हरिश खुराना उपस्थित थे।

    मिलने आये एथलिटों को आशवासन देते हुये दिल्ली भाजपा अध्यक्ष  मनोज तिवारी ने कहा कि एथलिटों में जिन्हें व्हीलचेयर की जरूरत है उनको 5 दिन के भीतर सांसद फंड से व्हीलचेयर दे दी जायेगी और जो नीतियां खिलाड़ीयों को लेकर अन्य राज्यों में लागू है वो दिल्ली में भी लागू होनी चाहिए। दिल्ली के मुख्यमंत्री ने पैरा एथलिट से मिलना और उनकी समस्याओं को समझना भी उचित नहीं समझा यह जानकर मैं हैरान हूँ। देश का गौरव खेल जगत में पैरा एथलिटों ने बढ़ाया है और वो अपना अधिकार केजरीवाल सरकार से मांग रहे है लेकिन दलगत राजनीति से प्रेरित मुख्यमंत्री खिलाड़ीयों की अवश्यकता पूरी करने को लेकर भी गम्भीर नहीं है जो अत्यन्त दुखद है।

    श्री तिवारी ने कहा कि खेल नीति के तहत सभी एथलिटस को बढ़ावा देने की जिम्मेदारी दिल्ली सरकार की है और वो अपने दायित्वों को ऐसे दरकिनार नहीं कर सकती है। सवैंधानिक पद पर बैठे दिल्ली के मुख्यमंत्री दिव्यांग खिलाड़ीयों से मिलकर उन्हें वित्तीय सहायता देने के बजाय उनसे मिलना तक उचित नहीं समझते तो दिल्ली के लोग खुद ही सोच विचार कर सकते है कि अपने आप को आम आदमी कहने वाले केजरीवाल किस तरह आम लोगों की समस्याओं को दूर करने से कैसे बचते हुये पल्ला झाड़ने का प्रयास करते है।

    श्री तिवारी ने कहा कि इन खिलाड़ियों ने देश का गौरव बढ़ाने के लिए दिन-रात मेहनत की है और यह सिर्फ इस वजह से पिछड़ जाये क्योंकि दिल्ली की सरकार उनकों वित्तीय सहायता देने से पीछे हट जाये यह भारतीय संस्कृति के खिलाफ है और इसके लिए हम केजरीवाल सरकार की भर्त्सना करते है। एक ओर केन्द्र सरकार पैरा एथलिटस को बढ़ावा देने के लिए हर कदम उनके साथ खड़ी है वहीं दिल्ली में केजरीवाल सरकार पैरा एथलिटस को सहायता देने के नाम पर अपने कदम पीछे खींच रहे है।