डेंगू,मलेरिया एवम चिकुनगुनिया के बारे में  पूर्वी दिल्ली में किया जाएगा जनजागरूकता अभियान







 पूर्वी दिल्ली नगर निगम मुख्यालय में आज पूर्वी निगम के पार्षदों को डेंगू, मलेरिया एवं चिकुनगुनिया के बारे में जागरूक करने के लिए एक बैठक का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य पार्षदों को इन बीमारियों के कारण, बचाव व रोकथाम के उपाय के बारे में विस्तार पूर्वक बताना था, जिससे वे अपने वार्ड में इन बीमारियों की रोकथाम हेतु कार्य करवा सके। इस बैठक की अध्यक्षता पूर्वी दिल्ली की महापौर, सुश्री अंजु ने की। इस मौके पर उपमहापौर संजय गोयल नेता सदन,  निर्मल जैन स्थायी समिति के अध्यक्ष संदीप कपूर नेता विपक्ष रोहित मेहरोलिया सहित अनेक पार्षद उपस्थित थे। बैठक में अपर आयुक्त (स्वास्थ्य ) डॉ बृजेश सिंह के अलावा उप स्वास्थ्य अधिकारी, डॉ. अजय हांडा सहित अनेक निगम अधिकारी एवं कर्मचारी भी उपस्थित थे।

           महापौर, सुश्री अंजु ने बताया कि 17 से लेकर19 जुलाई तक पूर्वी दिल्ली के सभी वार्डों में डेंगू, मलेरिया एवं चिकुनगुनिया के बारे में जन-जागरूकता अभियान चलाया जाएगा जिसमें रैलियां निकाली जाएंगी जिसकी अगुवाई संबंधित क्षेत्र का पार्षद करेगा। उन्होंने बताया कि इन रैलियों के माध्यम से क्षेत्र के लोगों को इन गंभीर बीमारियां के बारे में जागरूक किया जाएगा। महापौर ने कहा  कि जनता को इन बीमारियों के बारे में जागरूक करने से पहले पार्षदों का दायित्व है कि वो इस संदर्भ में स्वयं का ज्ञाववर्धन करें ताकि वार्ड स्तर में डेंगू एवं चिकुनगुनिया की रोकथाम हेतु कार्य बेहतर रूप से किया जा सके। उन्होंने डेंगू, चिकुनगुनिया एवं मलेरिया की रोकथाम के लिए जनसहयोग की अपील की। 

                 स्थायी समिति के अध्यक्ष संदीप कपूर ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में डेंगू एक बड़ी चुनौती बनकर उभरा है जिसका सामना हम सभी को साथ मिलकर करना है। उन्होंने कहा डेंगू बीमारी का कोई निश्चित उपचार नहीं है इसलिए आवश्यक है कि इस बीमारी के कारक यानि मच्छरों की उत्पत्ति पर रोक लगाई जाए।

                नेता सदन निर्मल जैन ने कहा कि डेंगू व मलेरिया के बढते प्रकोप के प्रति अपनी चिंता व्यक्त की। उन्होने कहा कि समय रहते इन बीमारियों के बचाव संबंधी उपाय किए जाने चाहिए जिसकी शुरूआत स्वयं के घर से ही होती है अतः इस संबंध में जनता का सहयोग आवश्यक है।

                 इस कार्यक्रम में पार्षदों को मच्छरों की उत्पत्ति, उनके जीवन चक्र, व्यवहार पैटर्न के बारे में प्रजेनटेशन के माध्यम से विस्तार से बताया गया।