कार्यक्रम में पूर्वी दिल्ली नगर निगम की महापौर श्रीमती अंजू कमलकांत, नेता सदन निर्मल जैन, उप महापौर संजय गोयल, स्थायी समिति के अध्यक्ष संदीप कपूर, जिला अध्यक्ष अजय महावर, कैलाश जैन, प्रदेश सदस्यता सह-प्रमुख हर्ष मल्होत्रा, ओबीसी मोर्चा प्रदेश प्रभारी अशोक ठाकुर, पूर्व विधायक जितेन्द्र महाजन, रणजीत कश्यप, जोन चेयरमैन प्रवेश शर्मा, कंचन महेश्वरी, शिक्षा समिति के चेयरमैन राजकुमार बल्लन, स्वास्थ्य समिति के चेयरमैन सचिन शर्मा, निगम पार्षद, मीडिया विभाग के प्रदेश सह प्रमुख आनंद त्रिवेदी, मंडल अध्यक्ष नवल किशोर, निगम अधिकारी एवं कई सामाजिक संस्थाओं के गणमान्य लोग और बड़ी संख्या में कार्यकर्ता एवं स्थानीय लोग उपस्थित थे।
श्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने कहा कि पूर्व सरकारों और शासन की उपेक्षा के कारण जिन प्राकृतिक जल स्रोतों का अस्तित्व संकट में पड़ गया है उन्हें पुनर्जीवित करने का संकल्प प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने लिया है और सरकार इस दिशा में काम कर रही है। प्राकृतिक जल स्रोतों को बचाने के लिए सरकार ने बड़ी-बड़ी योजनाएं बनायी हैं, लेकिन योजनाओं के क्रियान्वयन के बाद झीलों, तालाब हैं और अन्य प्राकृतिक जलस्रोतों को जिंदा किया जा सकता है। लेकिन जनसहयोग के बगैर उन्हें बरकरार नहीं रखा जा सकता है और यह हम सबकी जिम्मेदारी है कि जीसस झील का आज पुनरुद्धार कार्य शुरू किया जा रहा है। इसके अस्तित्व को बचाए रखने में हम सब मिलकर सहयोग करेंगे क्योंकि अगर आज हम अपने प्राकृतिक जल स्रोतों और भूगर्भ में जल के भंडार को संरक्षित नहीं करेंगे तो आने वाली पीढ़ियों के सामने जल का ऐसा घोर संकट उत्पन्न होगा कि पर्यावरण के साथ-साथ हमारा जीवन ही खतरे में पड़ जाएगा और उसके लिए हमारी अगली पीढ़ियां हमें कभी माफ नहीं करेंगी। इसलिए जीवन पर्यावरण और प्रकृति की रक्षा के लिए हम सब संकल्प लें कि हम सब मिलकर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के संकल्प को साकार करने जनसहयोग करेंगे।
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष एवं उत्तर पूर्वी दिल्ली के सांसद श्री मनोज तिवारी ने कहा है कि बरसों से विकास की प्रतीक्षा कर रहा शाहदरा की झील और पार्क का निर्माण कार्य अमर शहीद चंद्रशेखर आजाद के जन्मदिन 23 जुलाई को शुरू किया जाना एक एतिहासिक क्षण है। अमर शहीद आजाद को समर्पित पर्यटन स्थल का नाम भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर रखा जाएगा, जिसकी सारी औपचारिकताओं को शीघ्र पूरा कर लिया जाएगा। पूरे पर्यटन स्थल के अंदर मौजूद कई पार्कों का नामकरण भी महापुरुषों के नाम से किया जाएगा जिससे यहाँ आने वाले पर्यटक प्रेरणा ले सकें।
श्री मनोज तिवारी ने कहा कि लगभग 32 एकड़ में फैले इस विशाल पार्क की बर्षो से उपेक्षा हो रही थी और दिल्ली की केजरीवाल सरकार द्वारा निर्माण कार्य का फंड रोक दिए जाने के कारण विकास कार्य अधूरा पड़ा था लेकिन क्षेत्र के हजारों लोगों की माँग के अनुरूप एक सुंदर पर्यटन स्थल बनाने के लिए केंद्र सरकार द्वारा विकास राशि मंजूर कराई गई और लगभग 15, करोड़ रुपया की लागत से जनता के सपनों के अनुरूप झील और पार्क का निर्माण किया जाएगा पर्यटन स्थल को हर वर्ग हर उम्र के लोगों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए विकसित किया जाएगा और पर्यावरण की रक्षा के लिए यह पर्यटन स्थल मील का पत्थर साबित होगा।