जेनेरिक दवाओं की अहम भूमिका- डॉ मोनिका सूद भाटिया

                      #प्रगति मैदान में शुरू हुआ तीन दिवसीय इंडियन फार्मा एक्सपो
                      #देशभर से 150 फार्मा कंपनियों ने लिया एक्सपो में भाग
नई दिल्ली।भारत में फार्मास्यूटिकल इंडस्ट्री तेजी से विकास और विस्तार कर रही है। भारत सरकार भी इस बात पर पूरा ध्यान दे रही है कि चिकित्सा क्षेत्र के खर्च को जितना हो सके कम किया जाए। इसके लिए जेनेरिक दवाओं पर खास जोर दिया जा रहा है। इंडियन फार्मा एक्सपो इस दिशा में मजबूती से काम कर रहा है। भारत सरकार के माइक्रो स्मॉल एंड मीडियम इंटरप्राइजेज (एमएसएमई) के उपनिदेशक डीसी साहू और सहायक निदेशक करुण कुमार ने एक्सपो का शुभारंभ करते हुए ये बातें कहीं।


सीआईएमएस मेडिका ने मंगलवार को प्रगति मैदान के हॉल नंबर 12 ए में तीन दिवसीय इंडियन फार्मा एक्सपो 2019 का आयोजन किया। इस एक्सपो में देश भर से 150 छोटी.बड़ी फार्मास्यूटिकल कंपनियां हिस्सा ले रही है। ये कंपनियां एक्सपो के ज़रिए अपने नए और आधुनिक चिकित्सा उत्पादों को प्रदर्शित कर रही हैं। एक्सपो में भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय समेत विभिन्न विभागों के अधिकारी भी शिरकत कर रहे हैं और दवाओं तथा नवीन चिकित्सा उत्पादों का जायज़ा ले रहे हैं। इसके अलावा बड़ी संख्या में फार्मा कोर्सेज के छात्रों ने भी एक्सपो में भागीदारी की।


इस अवसर पर सीआईएमएस की प्रबंध निदेशक डॉ मोनिका सूद भाटिया भी मौजूद रहीं। एक्सपो के शुभारंभ के अवसर पर उन्होंने कहा कि इंडियन फार्मा एक्सपो का इस साल ये आठवां एडिशन है। हर साल यह और ज़्यादा भव्य और बड़ा होता जा रहा है। इस एक्सपो के ज़रिए तमाम फार्मा कंपनियों को एक ऐसा मंच प्रदान किया जाता है जहां वे दवाओं की बेहतर गुणवत्ता पर अपने विचार साझा करते हैं तथा इस क्षेत्र में लगातार हो रहे विकास को जानते समझते हैं। जैसा कि भारत सरकार चिकित्सा क्षेत्र के खर्च को कम करने पर ज़ोर दे रही हैए तो फार्मा कंपनियां भी जेनेरिक दवाओं के उत्पादन पर ध्यान दे रही हैं। बुधवार को फार्मा क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देने वाली कंपनियों के लिए बिज़नेस एक्सीलेंस अवॉर्ड का आयोजन किया जाएगा।