# कांवड़ियां शिविर संचालकों को गुरुद्वारे के तर्ज पर वर्तन बैंक बनाने की दी सलाह
# सफाई, फॉगिंग, मोबाइल शौचालय और प्रकाश व्यवस्था सुचारू रूप से चलाए रखने के दिये निर्देश
नगर आयुक्त ने प्लास्टिक से बनी सामग्री के प्रयोग करने से होने वाली हानियों व पर्यावरण को दूषित होने के बचाने के सम्बन्ध में भी विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिया कि जिस प्रकार गुरूद्वारों में स्टील के बर्तन आदि का प्रयोग खाने हेतु किया जाता है, उसी प्रकार अपने शिविरों में बर्तन बैंक बनाकर उनमें शिवभक्तों को प्रसाद परोसा जाये।
नगर आयुक्त ने प्रभारी नगर स्वास्थ्य अधिकारी सिस-ट्रांस हिण्डन एवं समस्त सफाई निरीक्षकों को दूरभाष के माध्यम से निर्देशित किया कि वे अपने-अपने क्षेत्र-जोन के कांवड़ शिविरों में प्रतिदिन दो बार साफ-सफाई एवं फोगिंग अनिवार्य रूप से कराना सुनिश्चित करें। इसके अतिरिक्त समस्त सफाई निरीक्षक समय-समय पर कांवड़ शिविरों व भण्डारों का निरीक्षण करेंगे कि किसी भी दशा में प्रतिबन्धित प्लास्टिक की सामग्री का प्रयोग न होने पाये। उन्होंने कहा कि सभी कांवड़ शिविरों व भण्डारा संचालकों को प्रतिबन्धित प्लास्टिक से होने वाली हानियों व नुकसान के बारे में अवगत कराया जाये तथा अपने-अपने शिविरों में प्रतिबन्धित प्लास्टिक का प्रयोग न करें तथा अन्य शिविरों में भी न होने दें।
निरीक्षण के समय नगर आयुक्त के संज्ञान में आया कि कुछ स्थानों पर सड़क के किनारे व डिवाईडरों आदि पर अनावश्यक घास-झाड़ियां खड़ी हैं, जो मिलीं भी। इस पर नगर आयुक्त ने वरिष्ठ प्रभारी उद्यान को निर्देशित किया कि वे समस्त कांवड़ यात्रा मार्ग का निरीक्षण कर यह सुनिश्चित कर लें कि सड़कों के किनारे, डिवाईडरों पर किसी भी दशा में घांस-झाड़ियां आदि न रहने पाएं। साथ ही, कांवड़ यात्रा मार्ग पर आवश्यकतानुसार कटों एवं डिवाईडर पर नगर निगम लिखे हुए बड़े-बड़े गमले रख दें।
नगर आयुक्त ने प्र. नगर स्वास्थ्य अधिकारी सिस-ट्रांस हिण्डन एवं समस्त सफाई निरीक्षकों को निर्देशित किया कि गाजियाबाद नगर निगम द्वारा बनाये गये डस्टबीन आवश्यकतानुसार कांवड़ शिविरों में रखवाएं। साथ ही, कांवड़ शिविर संचालकों से अनुरोध भी करें कि कांवड़ शिविरों से उत्सर्जित कूड़ा अनिवार्य रूप से कूड़ेदान में डाला जाये।
प्रभारी नगर स्वास्थ्य अधिकारी सिस-ट्रांस हिण्डन को नगर आयुक्त ने यह भी निर्देश दिया कि वे नगर निगम के बायोडस्टर और शौचालय-मोबाईल टायलेट कांवड मार्ग पर आवश्यकतानुसार खड़े कराये जायें तथा उनकी साफ-सफाई व उनमें पानी आपूर्ति का भी विशेष ध्यान रखा जाये।
नगर आयुक्त ने पूर्व में ही कांवड़ यात्रा मार्ग में लगे कांवड़ शिविरों में समुचित पेयजल आपूर्ति हेतु महाप्रबन्धक जल तथा कांवड़ यात्रा मार्ग पर समुचित पथ-प्रकाश व्यवस्था कराने हेतु अधिशासी अभियन्ता वि.-या. को निर्देशित कर चुके है।