औद्योगिक विकास को लेकर जनपद का वातावरण महत्वपूर्ण- डीएम अजय शंकर पांडेय 






गाजियाबाद। जिलाधिकारी अजय शंकर पांडे ने कहा कि औद्योगिक विकास की दृष्टि से जनपद गाजियाबाद बहुत ही महत्वपूर्ण जनपद है। इसलिए औद्योगिक विकास को बढ़ावा देने के उद्देश्य से उत्तर प्रदेश सरकार भी निरंतर रूप से गंभीर है। यही वजह है कि जनपद के औद्योगिक विकास से जुड़े हुए समस्त अधिकारी गण उद्यमियों के सम्मुख आने वाली समस्याओं एवं शिकायतों का निस्तारण बहुत ही गंभीरता के साथ लेकर सुनिश्चित करें।


साथ ही, नई औद्योगिक इकाइयों की स्थापना के संबंध में विभागीय अधिकारियों के माध्यम से संबंधित उद्यमियों को सुविधा प्रदान करते हुए तत्काल इकाइयों को प्रारंभ कराने की कार्रवाई सुनिश्चित करें। 

 

श्री पांडेय कलेक्ट्रेट सभागार में जिला उद्योग बंधु की मासिक बैठक की समीक्षा करते हुए संबंधित विभागीय अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश प्रदान कर रहे थे। उन्होंने स्पष्ट किया कि पूरे प्रदेश में औद्योगिक विकास को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री के द्वारा गंभीरता के साथ कदम उठाए जा रहे हैं। इसलिए  समस्त अधिकारी सरकार एवं शासन की मंशा को स्पष्ट रूप से समझें और जनपद गाजियाबाद में औद्योगिक विकास को आगे बढ़ाने के लिए सभी विभागीय अधिकारियों के द्वारा अपने अपने स्तर पर निरंतर रूप से कार्य योजना बनाकर कार्यवाही सुनिश्चित की जाए ताकि जनपद गाजियाबाद का औद्योगिक विकास और अधिक तेजी से आगे बढ़ सके। 

 

जिलाधिकारी ने नगर निगम के अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि जनपद के औद्योगिक क्षेत्रों में औद्योगिक विकास के उद्देश्य से जो मूलभूत सुविधाएं उनके स्तर पर सुनिश्चित की जानी है, उसके संबंध में नगर निगम के अधिकारी गण एक सुदृढ़ कार्य योजना तैयार करते हुए उसे अंतिम रूप प्रदान करें। ताकि सभी उद्यमियों को अपने उद्योगों के संचालन में सुविधा प्राप्त हो सके और वहां पर कार्यरत कर्मचारियों को कार्य करने में आसानी हो सके। 

 

जिलाधिकारी ने इस संबंध में कहा कि सभी औद्योगिक क्षेत्रों में नगर निगम के द्वारा सफाई व्यवस्था पर विशेष बल दिया जाए। वहां पर निरंतर रूप से अभियान संचालित करते हुए मानकों के अनुरूप सफाई व्यवस्था सुदृढ़ की जाए। वहीं दूसरी ओर औद्योगिक क्षेत्रों में मार्गों पर प्रकाश व्यवस्था भी सुनिश्चित करने के उद्देश्य से विभागीय अधिकारी गण निरंतर रूप से कारवाही सुनिश्चित करेंगे। उन्होंने कहा कि जहां जहां पर स्ट्रीट लाइट खराब है, उन्हें  संबंधित विभाग के अधिकारियों के द्वारा तत्काल बदलने की कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी। 

जिलाधिकारी ने  औद्योगिक क्षेत्र में  क्षतिग्रस्त सड़क मार्ग पुलिया तथा नए मार्गों के निर्माण के संबंध में भी विभागीय अधिकारियों को स्पष्ट करते हुए तत्काल प्रभाव से कार्यवाही करने के निर्देश दिए हैं। औद्योगिक क्षेत्र में जलापूर्ति मानकों के अनुसार करने के भी जिलाधिकारी के द्वारा निर्देश दिए गए। 

 

अनवरत रूप से औद्योगिक क्षेत्रों में विद्युत आपूर्ति निर्धारित वोल्टेज के साथ उपलब्ध हो, इस संबंध में जिलाधिकारी ने विद्युत विभाग के अधिकारियों को स्पष्ट रूप से निर्देशित करते हुए कहा कि औद्योगिक क्षेत्र में अनवरत रूप से विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित की जाए। उन्होंने यह भी कहा कि कम से कम ब्रेकडाउन हो, इसके लिए भी विद्युत विभाग के अधिकारी गण व्यवस्था सुनिश्चित कराएंगे। औद्योगिक क्षेत्र में खराब होने वाले ट्रांसफार्मर सर्वोच्च प्राथमिकता के आधार पर बदलने की कार्यवाही अधिकारियों द्वारा की जाएगी। 

 

जिलाधिकारी ने औद्योगिक क्षेत्रों में पार्को के सौंदर्यीकरण के संबंध में भी आवश्यक दिशा निर्देश दिए। वहीं दूसरी ओर ग्रीन बेल्ट को भी विकसित करने के लिए निर्देशित किया गया। इस बैठक में उद्यमी प्रतिनिधियों के द्वारा उठाए गए एजेंडे में यूपीएसआईडीसी के भूखंडों को वेयरहाउस, गोदाम एवं कोल्ड स्टोरेज के रूप में उपयोग करने की अनुमति प्रदान करने, औद्योगिक क्षेत्रों में स्ट्रीट लाइट को ठीक करने, अतिक्रमण को हटाए जाने, सड़क मार्गों को ठीक करने, सभी औद्योगिक क्षेत्र में डिस्पेंसरी की व्यवस्था सुनिश्चित करने आदि बिंदुओं पर जिलाधिकारी का ध्यान आकृष्ट कराया गया। 

 

इस अवसर पर जिलाधिकारी अजय शंकर पांडेय ने सभी उद्यमियों की समस्याओं को बहुत ही गंभीरता के साथ सुना और उसके संबंध में संबंधित विभागीय अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से कार्रवाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने इस अवसर पर सभी विभागीय अधिकारी को स्पष्ट करते हुए कहा कि जो समस्याएं उद्यमियों के द्वारा आज की बैठक में उठाई गई हैं, आगामी बैठक तक सभी का निस्तारण मानकों के अनुसार सभी अधिकारियों के द्वारा किया जायेगा। जिन विभागीय अधिकारियों के द्वारा शिथिलता बरती जाएगी, ऐसे प्रकरणों में जिला प्रशासन गंभीरता के साथ कार्रवाई सुनिश्चित करेगा। 

 

जिलाधिकारी अजय शंकर पांडेय ने औद्योगिक क्षेत्रों में अतिक्रमण की समस्या को भी बहुत ही गंभीरता के साथ लेकर नगर निगम एवं पुलिस के अधिकारियों को तत्काल अतिक्रमण हटाने के निर्देश दिए हैं। जिलाधिकारी ने औद्योगिक क्षेत्रों में डिस्पेंसरी की स्थापना के संबंध में भी संबंधित अधिकारियों को मानकों के अनुसार तत्काल प्रभाव से कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं। 

 

जिलाधिकारी ने समस्त उद्यमियों का आह्वान करते हुए कहा कि प्रदूषण की दृष्टि से जनपद बहुत महत्वपूर्ण है। इसलिए जनपद के पर्यावरण को बनाने में सभी उद्यमियों की महत्वपूर्ण भूमिका है। जिन औद्योगिक इकाइयों में डीजल के जनरेटर का प्रयोग किया जा रहा है, उसे पीएनजी गैस में परिवर्तित करने की कार्यवाही औद्योगिक इकाइयों के माध्यम से तत्काल प्रभाव से सुनिश्चित की जाए। वहीं, जिन औद्योगिक इकाइयों में प्रदूषण नियंत्रण संयंत्र लगे हुए हैं, उनका संचालन नियमित रूप से सुनिश्चित किया जाए ताकि जनपद के पर्यावरण को और अधिक सुंदर बनाया जा सके। 

 

इस बैठक का संचालन उपायुक्त उद्योग केंद्र वीरेंद्र सिंह के द्वारा किया गया। बैठक में अपर जिलाधिकारी सिटी शैलेंद्र कुमार सिंह, अपर नगर आयुक्त, पुलिस विभाग, विद्युत विभाग, प्रदूषण विभाग, यूपीएसआईडीसी, नगर पालिका, जिला पंचायत तथा अन्य संबंधित विभाग के अधिकारियों द्वारा प्रतिभाग किया गया। 

 



 

 



 



 




 










 

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