इससे पूर्व जम्मू कश्मीर पीपल्स फोरम के प्रदेश संयोजक महेन्द्र मेहता ने अखण्ड भारत दिवस समारोह की प्रस्तावना प्रस्तुत करते हुए पाक अधिकृत कश्मीर को प्राप्त करने के संसद के सर्वसम्मत प्रस्ताव की चर्चा की। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि भास्कराचार्य कालेज के प्रधानाचार्य डॉ' बलराम पाणी ने जम्मू कश्मीर से विभाजक अनुच्छेद 370 और 35ए को हटाने को वहां लोगों के हित में बताया। उन्होंने विज्ञान के उदाहरण के माध्यम से अखण्ड भारत को हर भारतीय के गुणसूत्रों में विद्यमान बताया। दिल्ली आर्य प्रतिनिधि सभा के मंत्री श्री विनय आर्य ने अखण्ड भारत के स्वप्न को पुनः साकार करने के लिए समाज के उपेक्षित वर्गाे को गले लगाने पर बल देते हुए कहा कि हमारी लापरवाही और उपेक्षा के कारण ही हमारे अपने समाज के लोगों को हमसे अलग करने और कालान्तर में हमारे ही विरूद्ध खड़े करने के षडयंत्र सफल होते रहे है।
कार्यक्रम का सफल संचालन करते हुए मनोज खण्डेलवाल ने कहा कि किसी भी देश के लिए उसका स्वतंत्रता दिवस प्रसन्नता का अवसर होता है। लेकिन भारत को मिली स्वतंत्रता प्रसन्नता के साथ उन लोगों को स्मरण करने का अवसर भी है जो हमसे बिछड़ गये। आंसूओं और लाखों स्वजनों के खून से डूबी इस आजादी ने प्रत्येक भारतीय को विचलित भी किया। इसीलिए हम अखण्ड भारत दिवस मनाकर सभी हुतात्माओं को स्मरण करते हुए पुनः अखण्ड होने का संकल्प लेते है। कार्यक्रम का शुभारम्भ वंदेमातरम् तथा समापन राष्ट्रीय गान से हुआ इस अवसर पर विभिन्न सामाजिक, राजनैतिक संगठनों के पदाधिकारी तथा बड़ी संख्या में प्रबुद्धजन उपस्थित थे।