देववाणी परिषद् का 44 वाँ संकल्पना दिवस मनाया गया
नई दिल्ली।  देववाणी परिषद, दिल्ली ने अपना 44 वाँ संकल्पना दिवस समारोह पूर्वक मनाया। कार्यक्रम का प्रारम्भ वैदिक मंगलाचरण और लौकिक मंगलाचरण से हुआ। इसके बाद अतिथियों का स्वागत देववाणी परिषद के अध्यक्ष पद्मश्री रमाकान्त शुक्ल और संरक्षिका रमा शुक्ला ने किया। 

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में दिल्ली संस्कृत शिक्षक संघ के अध्यक्ष डॉ ब्रजेश गौतम,  सारस्वत अतिथि के रूप में  दिल्ली विश्वविद्यालय के संस्कृत विभाग के प्रोफेसर डॉ भारतेन्दु पाण्डेय, मुख्यवक्ता के रूप में पूर्व प्रोफेसर हिन्दी विभाग रा.ल.म.वि. दिल्ली विश्वविद्यालय डॉ रामावतार शर्मा और अध्यक्षता स्वयं देववाणी परिषद् के अध्यक्ष पद्मश्री रमाकान्त शुक्ल ने की। 

कार्यक्रम में उपस्थित सभी अतिथियों ने काव्यपाठ किया। 

इस अवसर पर  रमाकान्त शुक्ल रचित विश्व प्रसिद्ध " भाति मे भारतम् " के ब्रेल लिपि संस्करण का लोकार्पण हुआ। ब्रेल लिपि संस्करण डा रामावतार शर्मा ने तैयार किया है। सम्पादन में सहयोग डॉ भारतेन्दु पाण्डेय प्रो संस्कृत विभाग, दिल्ली विश्वविद्यालय ने किया। इस अवसर पर "भाति मे भारतम् "की प्रतियाँ उपस्थित काव्य प्रेमियों को स्वयं रमाकान्त शुक्ल ने प्रदान की। 

इस अवसर पर  कृष्ण प्रसाद उपाध्याय, मुकेश सिंह,  जितेन्द्र सिंह,  सुधीकान्त भारद्वाज, रामावतार शर्मा और रमाकांत शुक्ल ने स्वरचित काव्य का पाठ किया। 

कार्यक्रम का संचालन देववाणी परिषद् के महासचिव ऋषिराज पाठक ने किया। चित्रांकन डॉ कमल कान्त बालाण ने किया।