केजरीवाल ने उपभोक्ताओं को गुमराह करके लूटे 8500 करोड़ रूपये-मनोज तिवारी
केजरीवाल के सत्ता में आने से पहले बिजली कम्पनियां मालामाल थीं तो अब कंगाल कैसे हो गईं-विजेन्द्र गुप्ता

नई दिल्ली।  दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल द्वारा 200 यूनिट बिजली खपत मुफ्त करने की घोषणा को दिल्ली की जनता को गुमराह करने और चुनावी स्टंट बताते हुये संयुक्त पत्रकार वार्ता में दिल्ली भाजपा अध्यक्ष  मनोज तिवारी और नेता प्रतिपक्ष  विजेन्द्र गुप्ता ने कहा कि केजरीवाल चुनाव को देखते हुये सब कुछ मुफ्त करने की घोषणा करके दिल्ली को गुमराह कर रहे हैं। फिक्स चार्ज और लोड चार्ज बढ़ाने के नाम पर 8500 करोड़ रूपये दिल्ली के उपभोक्ताओं से लूटे हैं जिसे केजरीवाल को लौटाना पड़ेगा। इस अवसर पर मीडिया प्रभारी प्रत्युष कंठ, सह-प्रभारी नीलकांत बक्शी, मीडिया प्रमुख अशोक  गोयल देवराहा, विधायक अनिल बाजपेई, सह-प्रमुख हरिहर रघुवंशी उपस्थित थे।

 

श्री तिवारी ने कहा कि घोषणा मंत्री ने आज मुफ्त बिजली देने की एक और झूठी घोषणा करके दिल्लीवालों को गुमराह करने की कोशिश की है लेकिन फिक्स चार्ज एवं लोड चार्ज के नाम पर दिल्ली से लूटे गये 8500 करोड़ रूपये दिल्ली के उपभोक्ताओं को कब तक लौटायेंगे। अगर दिल्ली सरकार उपभोक्ताओं से लूटी गई रकम को नहीं लौटाती है तो भारतीय जनता पार्टी आंदोलन करेगी। उन्होंने केजरीवाल पर कटाक्ष करते हुये कहा कि अगर तुम रिफंड नहीं दोगे तो अब दिल्ली की जनता देगी तुम्हें दंड। चुनाव नजदीक आता देख केजरीवाल मतदाताओं मुफ्त सुविधायें देने की घोषणा करके उनके वोट खरीद का नया तरीका अपना रहे हैं। आम जनता के लिए लागू 5 लाख रूपये तक के मुफ्त इलाज की आयुष्मान भारत योजना को दिल्ली में क्यों नहीं कर रहे हैं। सत्ता में आने से पहले केजरीवाल कहते थे कि निजी बिजली कम्पनियां मालामाल हैं और उनका सीएजी ऑडिट होना चाहिये लेकिन सत्ता में आने के बाद अब कह रहे हैं कि निजी बिजली कम्पनियां कंगाल हैं। केजरीवाल बतायें कि दोनों बातों में से सच्च क्या है ? 

 

श्री तिवारी ने कहा कि सत्ता में आने से पहले केजरीवाल बिजली हाफ, पानी माफ की बात करते थे, लेकिन सत्ता में आने के बाद फिक्स चार्ज और लोड चार्ज बढ़ाकर बिजली कम्पनियों के साथ मिल कर उपभोक्ताओं को लूट रहे हैं। केजरीवाल और डीईआरसी के चेयरमैन आपस में मिले हुये हैं क्योंकि सत्ता में आने के बाद आपसी मिलीभीगत से फिक्स चार्ज, एनर्जी चार्ज, पीपीए चार्ज, लोड चार्ज, पेंशन चार्ज के रूप में पैसे बढ़ा कर नये तरीके से उपभोक्ताओ को लूटा गया और 54 महीने बीत जाने के बाद जब दिल्ली के चुनाव में कुछ महीने ही शेष बचे हैं तो एक बार फिर घोषणा मंत्री झूठी घोषणाओं की सूची लेकर दिल्ली के लोगों को झूठे सपने दिखाने के लिए मैदान में उतर आये है।

 

श्री विजेन्द्र गुप्ता ने केजरीवाल साढ़े चार साल की अपनी नाकामियों को छुपाने के लिए दिल्ली की जनता को गुमराह कर रहे हैं। दिल्ली के खजाने में 60 हजार करोड़ रूपये करदाताओं द्वारा दिये जाते हैं, लेकिन उन्हें कोई सुविधायें नहीं दी जाती हैं। उनके लिए न कोई नया स्कूल बनाया गया, न कोई अस्पताल बनाया गया, मेट्रो फेज-4 के निर्माण का कार्य भी रोक दिया गया था। ऐसे में 200 यूनिट तक बिजली खपत मुफ्त करने से दिल्ली के खजाने पर 600 करोड़ रूपये का अतिरिक्त भार बढ़ेगा। बजट में इसका पहले से कोई प्रावधान नहीं है तो केजरीवाल इस पैसे को किस मद से लायेंगे, जाहिर है कि टैक्स पेयर के पैसे को ही खर्च करके राजनीतिक लाभ लेंगे। 

 

श्री गुप्ता ने कहा है कि केजरीवाल बढ़े हुये फिक्स चार्ज और लोड चार्ज दोबारा वापस लेकर उपभोक्ताओं को सिर्फ भ्रमित करने की कोशिश कर रहे हैं क्योंकि 1200 यूनिट से अधिक खपत होने पर बिजली की दरें बढ़ा दी गई हैं। केजरीवाल ने उपभोक्ताओं से पैसा लूटने का यह नया तरीका निकाला है। उन्होंने कहा कि केजरीवालएक डूबता जहाज है जिसको जो मिल रहा है वो ले लो, आने वाले समय में केजरीवाल सरकार का जाना तय है। केजरीवाल सरकार दिल्ली की जनता को जो भी देने की घोषणा कर रही है वह दिल्ली से ही लूटा गया है।