नगर आयुक्त दिनेश चंद्र ने प्रतिबन्धित प्लास्टिक सामग्री के प्रयोग पर लगवाया अर्थदण्ड







         # मुनेश लस्सी वाले से निगम के अधिकारियों ने वसूले 25 हजार रुपये का अर्थदंड






 

        # नगर आयुक्त दिनेश चंद्र सिंह ने जारी किए निगम के अधिकारियों के नंबर, लोगों से सूचित करने की अपील की और             नाम गुप्त रखने का दिया आश्वासन 

गाजियाबाद। तमाम चेतावनियों और अपील के बाद भी प्रतिबंधित प्लास्टिक सामग्री का उपयोग करने वाले लोगों के खिलाफ नगर आयुक्त दिनेश चंद्र सिंह ने सख्त तेवर अपना लिए और दोषी लोगों से हजारों रुपये अर्थदण्ड वसूलकर नगर निगम को आय का एक नया स्रोत दे दिया। बुद्धवार को नगर आयुक्त श्री सिंह के संज्ञान में जैसे ही यह प्रसंग लाया गया कि नवयुग मार्किट स्थित पुराना बस अड्डा के निकट किसी व्यक्ति द्वारा भण्डारे का आयोजन कर प्रतिबन्धित प्लास्टिक सामग्री का प्रयोग किया जा रहा है। इस पर नगर आयुक्त ने बिना समय गंवाए अपर नगर आयुक्त प्रमोद कुमार को निर्देशित किया कि वे सम्बन्धित स्थल पर जाकर शिकायत की जांच कर नियमानुसार कार्यवाही सुनिश्चित करें।

    

फिर आनन फानन में अपर नगर आयुक्त प्रमोद कुमार,   प्र. नगर स्वास्थ्य अधिकारी वी पी शर्मा और क्षेत्रीय सफाई निरीक्षक अशोक कुमार मौके पर  

पहुंचे। अधिकारियों ने पाया कि मुनेश लस्सी वालों द्वारा भण्डारे का आयोजन कर खुले आम प्रतिबन्धित प्लास्टिक सामग्री का प्रयोग किया जा रहा है। इस पर अपर नगर आयुक्त प्रमोद कुमार ने भण्डारा संचालक  मुनेश लस्सी वाले द्वारा उप्र प्लास्टिक और अन्य जीव अनाशित कूड़ा-कचरा नियमावली 2018 के अन्तर्गत प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए प्रतिबन्धित प्लास्टिक सामग्री का प्रयोग करने के सापेक्ष रूपये 25,000 रुपये का अर्थदण्ड वसूला गया।  

    

नगर आयुक्त श्री सिंह ने आज पुनः जनसामान्य से समाचार-पत्रों के माध्यमों से अनुरोध किया गया है कि वे किसी भी कार्यक्रम, आयोजन, भण्डारों आदि में प्रतिबन्धित प्लास्टिक सामग्री का प्रयोग न करें। बावजूद इसके यदि  कोई व्यक्ति प्रतिबन्धित प्लास्टिक सामग्री का प्रयोग करते हुए पाया जाता है तो उसकी सूचना नगर निगम के निम्न नम्बरों पर दी जा सकती है। उन्होंने कहा कि सूचित करने वाले व्यक्ति का नाम पता गुप्त रखा जायेगा।

 


बता दें कि कांवड़ यात्रा 2019 के दौरान जनप्रतिनिधियों एवं नगर निगम की टीम के माध्यम से प्रतिबन्धित प्लास्टिक सामग्री को पूर्ण रूप से बन्द करवाकर भण्डारों में स्टील के बर्तनों के बैंकों की स्थापना कराकर शिवभक्तों व कांवडियों को भोजन एवं प्रसाद परोसा गया। जिस कारण गाजियाबाद में यह यात्रा प्रतिबन्धित प्लास्टिक की सामग्री से पूर्ण रूप से मुक्त रह सकी। इस कॉवड यात्रा के सम्पन्न होने के उपरान्त नगर निगम द्वारा समाचार-पत्रों के माध्यम से सार्वजनिक सूचना प्रकाशित कराकर सर्वसाधारण से अुनरोध किया गया था कि वे किसी भी कार्यक्रम, आयोजन, भण्डारों आदि में प्रतिबन्धित प्लास्टिक की सामग्री का प्रयोग न करें, अन्यथा सम्बन्धित के विरूद्ध अर्थदण्ड की कार्यवाही की जायेगी। लेकिन सार्वजनिक सूचना प्रकाशित होने के बाद भी लोग मान नहीं रहे हैं। अब इसलिए नगर निगम ने अर्थदंड लगाने व वसूलने के अभियान छेड़ दिए हैं।