सीवर हादसा में मजदूरों की मौत के लिए जल निगम जिम्मेदार






     # राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी आयोग की सदस्य ने किया घटना स्थल का निरीक्षण




 

    # जल निगम के अधिकारियों की जमकर ली क्लास, घटना को लापरवाही का नतीजा बताया

गाजियाबाद। महानगर के नन्दग्राम स्थित कृष्णा कुंज में चेंबर जोड़ने के लिए उतरे पांच मजदूरों की मौत के लिए राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी आयोग की सदस्य मंजू दिलेर ने जलनिगम के अधिकारियों को जिम्मेदार ठहराया है। शुक्रवार को घटनास्थल का निरीक्षण करने पहुंची मंजू दिलेर ने कहा कि जब तक अधिकारियों पर एफआईआर दर्ज कर उनकी गिरफ्तारी नहीं होगी, तब तक वह चैन से नहीं बैैठेंगी। वहीं, घटनास्थल पर जल निगम के अधिकारियों के देर से पहुंचने पर भड़की मंजू दिलेर ने निगम के मुख्य अभियंता को कड़ी फटकार लगाई है।

 

घटनास्थल का निरीक्षण करने पहुंची आयोग की सदस्य मंजू दिलेर ने पीडब्ल्यूडी गेस्ट में मीडिया से बातचीत में कहा कि जिस तरह से यह घटना हुई है उसके लिए पूरी तरह से जल निगम के अधिकारी जिम्मेदार हैं। कैसे श्रमिक बिना अधिकारियों की गैर मौजूदगी में सीवर में काम करने के लिए उतर गए। सीवर अगर खाली था तो उसमें गैस कैसे बनी। इसका सीधा मतलब है कि अधिकारियों ने समय रहते इसका संज्ञान नहीं लिया। लेकिन श्रमिकों की मौत इतनी सस्ती नहीं है जिसमें अधिकारियों को बक्शा जाए। उन्होंने कहा कि बिना सेफ्टी उपकरणों के श्रमिकों के सीवर में उतारना ही बड़ा अपराध है। 

 

मंजू दिलेर ने कहा कि जिम्मेदार अधिकारियों पर एमएस एक्ट, एससी एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज कराई जाएगी। इस दौरान उन्होंने सेफ्टी उपकरण के लिए शासन से बजट जारी किया जाता है लेकिन अधिकारी कागज में उपकरणों की खरीद दिखा देते हैं। लेकिन अब यह सरकार अधिकारियों की इस मनमानी को नहीं चलने देगी। अब सीधे डिपार्टमेंटल कार्रवाई होगी ताकि इस तरह की घटना की पुनारुवृत्ति न हो सके। मंजू दिलेर ने कहा कि इस मामले में भी जब तक एमएस एक्ट, एससी एक्ट के तहत रिपोर्ट दर्ज कर उन्हें उसकी कॉपी नहीं मिल जाएगी तब तक वह यहां से नहीं जाएंगी। 

 

इसके बाद अधिकारियों के साथ आयोग सदस्य कृष्णा कुंज स्थित घटनास्थल पहुंचे लेकिन यहां सूचना दिए जाने के बाद भी जलनिगम के अधिकारी के न पहुंचने पर मंजू दिलेर भड़क उठी। करीब दस मिनट इंतजार करने के बाद जल निगम के मुख्य अभियंता मौके पर पहुंचे तो उन्होंने कड़ी फटकार लगाते हुए कहा कि इस तरह की लापरवाही के कारण ही मजदूरों की मौत हुई है। उन्होंने कहा कि जब काम चल रहा था तो मौके पर कोई अधिकारी क्यों मौजूद नहीं रहा।

 

मंजू दिलेर ने खाली सीवर में गैस आने पर भी सवाल उठाया। इस मामले से खासी नाराज आयोग सदस्य ने कहा कि वह खुद सीवर में उतर जाएंगी और अधिकारी भी उतरें, जिससे पता चल सकेगा कि मौत कैसे हुई। इस दौरान स्थानीय पार्षद माया देवी ने भी जल निगम के अधिकारियों की पोल खोलते हुए कहा कि आठ महीने से काम चल रहा है लेकिन शायद ही कभी कोई अधिकारी मौके पर पहुंचा हो, पांच बार पत्र लिख चुकी हैं, लेकिन कोई सुनने को तैयार नहीं है। 

 

निरीक्षण के दौरान एडीएम सिटी एसके सिंह, एसडीएम आदित्य प्रजापति, एसीएम खालिद अंजुम, सीओ आतिश कुमार, प्रदीप चौहान, साक्षी नारंग आदि मौजूद रहे। उन्होंने आज सरकार की ओर से घोषित सहायता राशि की चेक मृतक मजदूरों के परिजनों को सौंपा। उन्होंने कहा कि इस घटना की पूरी रिपोर्ट आयोग के राष्ट्रीय अध्यक्ष को दी जाएगी। मंजू दिलेर ने कहा कि आगे से ऐसी घटना न हो इसके लिए जल निगम और नगर निगम के अधिकारियों को सख्त निर्देश दिये गये। सेफ्टी उपकरण के बिना कोई भी मजदूर मैनहोल में नहीं उतरेगा इसके लिए विशेष निर्देश दिये गये। इसका उल्लंघन पाये जाने पर विभाग के अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।