एतिहासिक गुरुद्वारा बेर साहिब में आयाजित किये जा रहे प्रोग्राम सरकार के कहने पर रोके नहीं जा सकते- सिरसा

नई दिल्ली।  शिरोमणी अकाली दल के राष्ट्रीय प्रवक्ता मनजिंदर सिंह सिरसा ने आज मुख्य मंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह द्वारा गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व के मौके पर संयुक्त रूप से समागम आयोजित करने के लिए प्रयास न करने का ठीकरा शिरोमणी गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी व अन्य सिक्ख संस्थाओं पर लादने के प्रयास का ज़ोरदार जवाब दिया और कहा कि असलीयत यह है कि अमरिंदर सिंह इस पवित्र व एतिहासिक मौके पर गुरुद्वारा बेर साहिब में हो रहे समागमों को रोकना चाहती है।


यहां जारी किये एक बयान में शिरोमणी अकाली दल के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा कि हैरानी  वाली बात है कि बार.बार अपील करनेए लिखित पत्र भेजने व स्वंय निजी तौर पर मुलाकात करने के बावजूद भी कैप्टन अमरिंदर सिंह ने श्री अकाल तख्त साहिब के जथेदार साहिब के हुक्मों के अनुसार तालमेल कमेटी के लिए सदस्यों के नाम नहीं भेजे और चुप्पी साधे रखी।


            उन्होंने मुख्यमंत्री को याद दिलाया कि श्री गुरु हरिगोबिंद साहिब ने मीरी.पीरी का सिद्धांत दिया है जिसके अनुसार पीरी अध्यात्मिक व रूहानी शक्ति होने के नाते सर्वोच्च है। मीरी कभी भी पीरी पर हुक्म नहीं चल सकती और इस मामले में शिरोमणी कमेटीए दिल्ली गुरुद्वारा कमेटीए तख्त श्री पटना साहिब कमेटी व तख्त श्री हजूर साहिब कमेटी पीरी का प्रतीक हैं। उन्होंने कहा कि सिक्ख संस्थाओं ने इसके अनुसार ही गुरुद्वारा श्री बेर साहिब में समागमों की योजना उल्लिखित की है और एक सिक्ख मुख्यमंत्री होने के नाते उन्हें मीरी.पीरी के सिद्धांत की पालना करनी चाहिए।


            उन्होंने कैप्टन अमरिंदर सिंह से अपील की कि वह ऐसा विश्वास कायम ना करें जिससे श्री अकाल तख्त साहिब की सर्वाच्चता को चुनौती मिलती हो। उन्होंने मुख्यमंत्री को कहा कि वह अपनी सियासी शक्ति का इस्तेमाल कर इस पवित्र मौके पर कांग्रेस के समागम आयोजित न करें क्योंकि ऐसा करने से पूरे विश्व में बैठे सिक्ख भाईचारे में गलत संदेश जायेगा।


            स सिरसा ने कहा कि मुख्यमंत्री और उनकी जुंडली विशेष तौर पर परमजीत सिंह सरना की गतिविधियों से प्रतीत होता है कि कांग्रेस पार्टी का ऐजेंडा है कि इन समागमों के आयोजन के मामले पर सिक्ख संगत को बाँट दिया जाये। उन्होंने कहा कि एक तरफ मुख्यमंत्री के सलाहकार परमजीत सिंह बराबर पाकिस्तान नगर कीर्तन ले जाने के लिए ज़िद पर अड़े हुए हैं और अब मुख्यमंत्री ने सरकारी समागमों का नाम देकर कांग्रेस के समागम आयोजित करने का प्रस्ताव रख दिया है।


            उन्होंने मुख्यमंत्री को फिर अपील की कि वह सियासत से उपर उठ कर जथेदार श्री अकाल तख्त साहिब के हुक्मों के अनुसार तालमेल कमेटी के लिए दो अधिकारी नामित करें और गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व के मौके पर बेर साहिब में समागमों का सफल आयोजन के लिए शिरोमणी कमेटी, दिल्ली गुरुद्वारा कमेटी व अन्य सिक्ख संस्थाओं का सहयोग करें।