क्लाइमेटगीरी बोले तो नई गांधीगीरी







दिल्ली। ग्रेटा थनबर्ग क्लाइमेट साइंटिस्ट नहीं है और न ही जलवायु की सुरक्षा के मामले में कुछ खास जानकारी रखती है। वह दरअसल हम जैसे अधिकांश लोगों की तरह इस धरती की एक आम प्राणी है पर इसे बचाने की जो असाधारण इच्छा शक्ति ग्रेटा में है अधिकांश लोगों में नहीं है। वह जलवायु संकट के बारे में निरंतर जागरूकता बढ़ा रही है और इस मामले में क्यों अविलंब कुछ करना होगा यह दुनिया को बता रही हैं।
 
लाखों की संख्या में विद्यार्थी दिल्ली की सड़कों पर उतर गए हैं और वे जलवायु परिवर्तन की रोकथाम के लिए कुछ ठोस कदम उठाने की मांग कर रहे हैं। स्वीडेन की केवल 16 वर्षीय ग्रेटा थनबर्ग के हौसले के साथ दिल्ली के बच्चे भी इस अभियान में एक साथ निकल पड़े हैं।


द श्रीराम मिलेनियम ग्रुपऑफ़ स्कूल्स के विद्यार्थियों ने इस दिशा में एक खास पहल की है। वे वयस्कों से जलवायु परिवर्तन की रोकथाम करने की अपील करते हुए सड़कों पर उतर गए हैं क्योंकि उन्हें कुछ ठोस नहीं करने की स्थिति में पर्यावरण का नाश नजर आ रहा है। द श्रीराम मिलेनियम स्कूल ने हर मायने में विद्यार्थियों को सबल बनाने में विश्वास किया है और उन्हें बड़े बदलाव करने का अवसर देता है। स्कूल ऐसी प्रतिभाओं का विकास करता है जिनके हाथ देश का भविष्य होगा। जलवायु संकट रोकने के इस अभियान में स्कूल अपने तीनों कैम्पसों के विद्यार्थियों को पूरा समर्थन देगा ताकि वे भविष्य संवारने की जिम्मेदारी उठायें। द श्रीराम मिलेनियम स्कूल के विद्यार्थियों के नेतृत्व में आयोजित यह अभियान सभी के लिए विचारोत्तेजक होगा। पर्यावरण को बचाने की दिशा में यह नन्हा कदम सराहनीय है।  

द श्रीराम मिलेनियम ग्रुप ऑफ़ स्कूल्स की निदेशक-प्रिंसिपल उत्तरा सिंह ने बताया,''स्कूल के बच्चों ने अपने भविष्य की सुरक्षा का यह अभियान छेड़ कर हम वयस्कों की आंखें खोल दी है। हमें जरूर कुछ करना होगा और अविलंब करना होगा।
द श्रीराम मिलेनियम स्कूल का यह दृढ़ विश्वास है कि 'विद्या ददाति विनियम' अर्थात् ''ज्ञान हमें विनम्र बनाता है''। विद्याथियों को आनंददायक और सुरक्षित परिवेश में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, प्रगतिशील सोच और विद्यार्थी-प्रधान परिवेश देने की प्रतिबद्धता स्कूल का बुनियादी कार्य दर्शन है।    हम विद्यार्थियों में ठोस नैतिक मूल्यों के विकास को बढ़ावा देते हैं। संवेदनशीलता, इमानदारी, उत्कृष्टता का लक्ष्य और अपनी विरासत का स्वाभिमान टीएसएमएस के बुनियादी मूल्य हैं जिनका बच्चों में विकास किया जाता है। और इसके लिए हम उन्हें सुरक्षित और मूल्यवर्द्धन का परिवेश देते हैं।

द श्रीराम मिलेनियम स्कूल का संकल्प सुरक्षित और सहायक परिवेश में विविधतापूर्ण शिक्षा देकर प्रत्येक बच्चे की प्रतिभा का पूरा विकास करना है। ग्रुप के सभी स्कूल बच्चों के माता-पिता और समुदाय से जुड़ कर विद्यार्थियों को इनोवेटिव, मूल्यवान, नेतृत्व-कुशल, आजीवन ज्ञान साधक बनाते हैं ताकि वे दुनिया के जिम्मेदार नागरिक बन कर इसमें सकारात्मक योगदान दें।