प्रतिबंधित प्लास्टिक का उपयोग न करें, न ही किसी को करने दें: दिनेश चंद्र सिंह







# पर्यावरण को शुद्ध बनाने के लिए अपने आसपास करें 

वृक्षारोपण: नगर आयुक्त

 

# क्राइस्ट, डीम्ड टू बी यूनिवर्सिटी के दिल्ली-एनसीआर कैंपस में आयोजित हुआ प्लास्टिक क्लीन अप कैम्प कार्यक्रम, मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित थे नगर आयुक्त

गाजियाबाद। नगर आयुक्त दिनेश चंद्र सिंह ने क्राइस्ट डीम्ड यूनिवर्सिटी में प्रतिबन्धित प्लास्टिक का प्रयोग न करने व पर्यावरण को शुद्ध बनाने के लिए वृक्षारोपण करने की सलाह दी, अन्यथा इसके भयावह दुष्परिणामों के प्रति आगाह भी किया। श्री सिंह बुद्धवार को क्राइस्ट, डीम्ड टू बी यूनिवर्सिटी के दिल्ली-एनसीआर कैम्पस में प्रतिबन्धित प्लास्टिक की सामग्री के प्रयोग को रोकने के लिये 'प्लास्टिक क्लीन अप कैम्प' नामक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के हैसियत से उन्होंने कई रोचक बातें भी श्रोताओं को बताई।



 

कार्यक्रम की अध्यक्षता क्राइस्ट विश्वविद्यालय के मुख्य प्रशासन अधिकारी फादर सनी जोसफ ने की। जबकि, इसका शुभारम्भ क्राइस्ट विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं ने एक नुक्कड़ नाटक को प्रस्तुत करके किया। जिसका मुख्य उद्देश्य प्लास्टिक के इस्तेमाल और जीव-जगत में होने वाले उसके दुष्परिणामों को दर्शकों तक पहुंचाना था। साथ ही, प्रतिबन्धित प्लास्टिक सामग्री का इस्तेमाल न करने का संदेश भी इसके माध्यम से दिया गया।     

 

नगर आयुक्त ने इस कार्यक्रम में उपस्थित सभी छात्र-छात्राओं व शिक्षक-शिक्षिकाओं को उप्र सरकार द्वारा गत 2 अक्टूबर, 2018 से पूरे प्रदेश में लागू प्रतिबंधित प्लास्टिक व थर्मोकोल सम्बन्धी नियमों-परिनियमों के बारे बताया। इस अवसर पर पूर्ण रूप से प्रतिबन्धित प्लास्टिक की सामग्री के प्रयोग से जनसामान्य को होने वाली हानियों के बारे में बताया। फिर, उप्र प्लास्टिक एवं अन्य जीव अनाशित कूड़ा-कचरा अधिनियम-2018 की धाराओं जिसमें प्रतिबन्धित प्लास्टिक सामग्री, यथा- गिलास, कप-प्लेट, चम्मच, कटोरी, दोनें, पत्तल, पैकेजिंग सामग्री, कैरीबैग इत्यादि का भण्डारण या प्रयोग करने पर अर्थदण्ड तथा कारावास आदि का भी उल्लेख है, के 

विषय में विस्तार पूर्वक जानकारी दी।

 

कार्यक्रम में उपस्थित सभी लोगों को नगर आयुक्त ने  शारीरिक एवं मानसिक रूप से स्वच्छ रहने के लिय योगा करने की सलाह दी और शीर्षासन करके दिखाया। इसके अतिरिक्त, नगर आयुक्त ने प्लास्टिक के कैरीबैग के स्थान पर कपड़े के थैले, प्लास्टिक व थर्मोकॉल के बर्तनों के स्थान पर स्टील के बर्तनों का प्रयोग करने की सलाह दी, अन्यथा दंडात्मक कार्रवाई करने के प्रति आगाह भी किया।  

 

नगर आयुक्त ने कार्यक्रम के अन्तर्गत में छात्र-छात्राओं, शिक्षक-शिक्षिकाओं व उपस्थित सभी को प्रतिबन्धित प्लास्टिक का प्रयोग न करने व न करने देने की शपथ दिलाई गई। उसके बाद आनन्द ट्रेनिंग सेन्टर में वृक्षारोपण भी किया गया।