‘ईवेरा’ का दिल्ली- एनसीआर के लिए 100 प्रतिशत इलैक्ट्रिक कारों का बड़ा फ्लीट

नई दिल्ली। व्यावसायिक उपयोग के विद्युत वाहन उद्योग में वैश्विक क्रांति के संकल्प के साथ नई दिल्ली के स्टार्ट-अप प्रकृति ई-मोबिलीटी प्राइवेट लिमिटेड जल्द ही दिल्ली-एनसीआर में 100 प्रतिशत इलैक्ट्रिक कारों का फ्लीट पेश करेगी। स्टार्ट-अप के सह-संस्थापक निमिश त्रि़वेदी, विकास बंसल और राजीव तिवारी हैं। ऐप-आधारित ईवी कैब सेवा 'ईवेरा' नाम से पूरे एनसीआर  में दिसंबर 2019 में पेश की जाएगी। ईवेरा का मकसद लोगों को स्वच्छ, सस्ता और आरामदेह सफर का आनंद देना है। यह महानगर के लिए अभूतपूर्व सेवा होगी। पहले चरण में ईवेरा प्लैटफाॅर्म पर 500 ईवी पेश किए जाएंगे। अगले दो वर्षों में यह संख्या बढ़ा कर 5000 करने की योजना है। प्रकृति ईवी निर्माताओं से साझेदारी कर ईवी का बिल्कुल नया फ्लीट पेश करेगी जिसकी इस सेगमेंट में सबसे अधिक ड्राइविंग रेंज़ होगी। 


प्रकृति ई-मोबिलीटी प्राइवेट लिमिटेड के सह-संस्थापक निमिश त्रिवेदी ने बताया कि ''दिल्ली/एनसीआर का प्रदूषण जानलेवा हो गया है और हर साल स्थिति बद से बदतर हो रही है। ऐसे में भारत को भावी परिवहन का वैकिल्पिक स्थायी साधन चाहिए। हम ने इसी सोच के साथ ईवेरा की परिकल्पना की। हम ग्राहकों को सुखद यात्रा का आनंद और साथ ही, हवा स्वच्छ रखने में योगदान देना चाहते हैं। ईवेरा लोगों को न केवल एक जगह से दूसरी जगह ले जाएगा बल्कि इससे धरती को बेहतर बनाने में भी मदद मिलेगी।''


प्रकृति की ऐप-आधारित सेवा में 'प्रशिक्षित और प्रोफेशनल ड्राइवरों का समूह होगा जो भारत की सबसे अच्छी फ्लीट मैनेजमेंट कम्पनी उपलब्ध कराएंगे। इसमें 'जीरो सर्ज प्राइसिंग' होगी यानी लोग कीमत बढ़ने की चिंता से मुक्त हो कर कैब बुक कर पाएंगे। 'जीरो कैंसिलेशन' की सुविधा होगी जिसके तहत केवल ग्राहक को कैंसल करने का अधिकार होगा। 'जीरो ओडर' होगा यानी ईवी का बेहतरीन रखरखाव होगा और उनमें एक जैसी खुशबू होगी। 'जीरो एमिशन' होगा यानी धुंएं की पाइप से जहरीला धुंआं नहीं निकलेगा। 


''ग्राहकों को सुखद यात्रा का भरोसा देने के लिए ड्राइवरों का प्रशिक्षण हमारी प्राथमिकताओं में सबसे महत्वपूर्ण है। ड्राइवरों को विभिन्न प्रकार के प्रशिक्षण के साथ बात-व्यवहार का भी प्रशिक्षण दिया जाएगा। ऐप-आधारित ईवी कैब सेवाएं भारतीय बाजार में पहली बार पेश होने जा रही है। ईवेरा सर्ज चार्ज से लेकर जहरीले गैस के उत्सर्जन तक हमारे देश में यात्रियों की सभी समस्याओं का सामधान है। 


ईवी सेक्टर की सबसे बड़ी चुनौतिओं में एक चार्जिंग का इन्फ्रास्ट्रक्चर तैयार करना है। प्रकृति खुद इन्फ्रास्ट्रक्चर लगाने के लिए महत्वपूर्ण साझेदारों के साथ बात कर रही है। इससे मौजूद इन्फ्रास्ट्रक्चर पर निर्भरता कम होगी और पूरे राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में चार्जर उपलब्ध होंगे।